लेखन कला और नगर जीवन (Writing and City Life)
यह अध्याय प्राचीन मेसोपोटामिया की सभ्यता और वहाँ लेखन प्रणाली के विकास पर केंद्रित है।
यहाँ यह बताया गया है कि लेखन की शुरुआत किस प्रकार हुई और कैसे लेखन ने प्रशासन, व्यापार, इतिहास लेखन तथा शहरी जीवन को दिशा दी।
मेसोपोटामिया, जो वर्तमान इराक में है, विश्व की सबसे पुरानी ज्ञात सभ्यता में से एक है।
यहाँ नदियों के किनारे नगर बसे, व्यापार फला-फूला और लोगों ने मंदिर, बाजार और प्रशासनिक भवन बनाए।
क्यूनिफॉर्म लिपि का विकास हुआ, जो गीली मिट्टी की तख्तियों पर लिखी जाती थी।
सारांश (Summary)
यह अध्याय विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक मेसोपोटामिया की सभ्यता पर आधारित है, जो वर्तमान इराक में स्थित थी। “मेसोपोटामिया” शब्द का अर्थ है “दो नदियों के बीच की भूमि”, और यह टाइग्रिस और यूफ्रेटीस नदियों के बीच स्थित था। इस क्षेत्र को मानव सभ्यता का पालना (Cradle of Civilization) भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ शहरी जीवन, लेखन कला, और प्रशासनिक व्यवस्था का जन्म हुआ।
मेसोपोटामिया के लोग कृषि, पशुपालन और व्यापार में संलग्न थे। जैसे-जैसे कृषि और व्यापार का विकास हुआ, नगरों का भी विकास होने लगा। प्रमुख नगरों में उर, उरूक, निप्पुर आदि शामिल थे। नगरों में ज़िगुरैट (Ziggurat) नामक मंदिर जैसे विशाल भवन बनाए जाते थे, जो धार्मिक और प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र होते थे।
जैसे-जैसे समाज अधिक जटिल हुआ, लोगों को लेखन प्रणाली की आवश्यकता महसूस हुई जिससे वे व्यापारिक लेन-देन, कर संग्रह, भंडारण, और प्रशासनिक आदेशों को रिकॉर्ड कर सकें। इस आवश्यकता ने जन्म दिया एक अद्भुत आविष्कार को – जिसे हम कहते हैं क्यूनिफॉर्म लिपि (Cuneiform Script)। यह लिपि कील-आकार की होती थी और इसे गीली मिट्टी की तख्तियों पर लकड़ी या धातु की कलम से लिखा जाता था। बाद में इन तख्तियों को सुखाकर सुरक्षित रखा जाता था।
लेखन का प्रयोग केवल रिकॉर्ड बनाए रखने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका प्रयोग धार्मिक ग्रंथों, राजाओं के आदेश, विजयों के वर्णन, और न्याय व्यवस्था तक हुआ। इसने इतिहास को संरक्षित रखने का कार्य भी किया। इस प्रकार लेखन ने मेसोपोटामिया के नगर जीवन को सुव्यवस्थित और उन्नत बनाया।
✨ मुख्य बिंदु
1. मेसोपोटामिया – सभ्यता का जन्मस्थान
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मेसोपोटामिया शब्द का अर्थ है “दो नदियों के बीच की भूमि”, जो टाइग्रिस और यूफ्रेटीस नदियों के बीच स्थित है।
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यह क्षेत्र आधुनिक इराक में आता है।
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इसे विश्व की सबसे पहली नगर सभ्यता (Urban Civilization) माना जाता है।
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यहाँ कृषि, व्यापार, लेखन, और शासन व्यवस्था का विकास हुआ।
2. नगरों का विकास और उनकी विशेषताएँ
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जैसे-जैसे लोगों ने सिंचाई, कृषि और व्यापार में प्रगति की, छोटे गाँव धीरे-धीरे नगरों में परिवर्तित हो गए।
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प्रमुख नगर: उर, उरूक, निप्पुर, लार्सा आदि।
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नगरों में मंदिर, प्रशासनिक भवन, बाजार, और कर्मशालाएँ होती थीं।
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ज़िगुरैट (Ziggurat) – ये बहु-मंजिला ईंटों के मंदिर होते थे, जिनका धार्मिक और प्रशासनिक दोनों कार्यों में उपयोग होता था।
3. लेखन का प्रारंभ और आवश्यकता
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व्यापार और कर संग्रहण के लिए वस्तुओं की गिनती और लेन-देन रिकॉर्ड करने की आवश्यकता से लेखन की शुरुआत हुई।
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लेखन का प्रारंभ चित्र लिपि (Pictographs) से हुआ, जो बाद में क्यूनिफॉर्म लिपि (Cuneiform) में विकसित हुई।
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यह लेखन कील-आकार (wedge-shaped) की होती थी और इसे गीली मिट्टी की तख्तियों पर लिखा जाता था।
4. क्यूनिफॉर्म लिपि – लेखन की पहली प्रणाली
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यह लिपि लगभग 3300 ई.पू. में शुरू हुई थी।
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इसे लकड़ी या धातु की नुकीली कलम से मिट्टी की पट्टियों पर उकेरा जाता था।
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यह लिपि सूमेरियन, अक्कादियन, और अन्य भाषाओं के लिए प्रयुक्त होती थी।
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इसमें व्यापारिक रसीदें, कर रिकॉर्ड, धार्मिक ग्रंथ, कानून, राजाओं की विजय गाथाएँ, और वैज्ञानिक ज्ञान दर्ज किया जाता था।
5. शासन व्यवस्था और सामाजिक संगठन
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मेसोपोटामिया में राजा का स्थान सर्वोच्च होता था और वह ईश्वर का प्रतिनिधि माना जाता था।
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समाज में विभिन्न वर्ग थे जैसे – किसान, कारीगर, व्यापारी, पुजारी, सेनानी, और दास।
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लेखन का प्रयोग प्रशासनिक व्यवस्था को व्यवस्थित करने में हुआ – जैसे कि कर संग्रह, आदेश, जनगणना आदि।
6. धर्म और मंदिर व्यवस्था
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मंदिर केवल पूजा का स्थान नहीं थे बल्कि वहाँ शिक्षा, लेखन, भंडारण, और प्रशासन भी होता था।
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देवताओं के नाम पर भूमि और संपत्ति होती थी।
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मंदिरों के माध्यम से ही लेखन और गणना प्रणाली विकसित हुई।
7. न्याय व्यवस्था और लिखित कानून
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हम्मूराबी के कानून मेसोपोटामिया की सबसे प्रसिद्ध कानूनी प्रणाली थी।
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यह पहला लिखित विधिक दस्तावेज था जिसमें अपराध और दंड का स्पष्ट विवरण था।
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कानून ने समाज को संगठित और नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
8. मेसोपोटामियाई समाज में लेखन का महत्व
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लेखन ने इतिहास लेखन को जन्म दिया – लोग अब अपनी सभ्यता, युद्ध, राजा और धार्मिक अनुभवों को दर्ज करने लगे।
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यह सामाजिक स्मृति, ज्ञान संचरण, और प्रशासनिक नियंत्रण का आधार बना।
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इसी के माध्यम से आज हम मेसोपोटामिया की सभ्यता के बारे में जानकारी प्राप्त कर पा रहे हैं।
9. सभ्यता का पतन और ऐतिहासिक महत्व
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समय के साथ युद्ध, आंतरिक संघर्ष, और पर्यावरणीय बदलावों के कारण यह सभ्यता कमजोर हो गई।
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लेकिन लेखन प्रणाली, नगर नियोजन और शासकीय ढांचे ने आने वाली सभ्यताओं को प्रभावित किया।
“लेखन और नगर जीवन” अध्याय हमें यह दिखाता है कि मानव सभ्यता के विकास में लेखन और नगरों की कितनी महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी भूमिका रही है। यह अध्याय विशेष रूप से मेसोपोटामिया सभ्यता पर केंद्रित है, जिसे दुनिया की सबसे प्राचीन नगर सभ्यता माना जाता है।
इस अध्याय से यह स्पष्ट होता है कि जैसे-जैसे मानव समाज ने कृषि, व्यापार और प्रशासन में प्रगति की, वैसे-वैसे समाज को बेहतर ढंग से संगठित करने के लिए एक ऐसी प्रणाली की आवश्यकता महसूस हुई जो सूचनाओं को स्थायी रूप से संचित कर सके। इसी आवश्यकता ने लेखन की उत्पत्ति को जन्म दिया। लेखन ने केवल व्यापार और कर वसूली को ही नहीं बल्कि कानून, धर्म, इतिहास और प्रशासनिक आदेशों को भी सुव्यवस्थित और संरक्षित करने में मदद की।
मेसोपोटामिया की क्यूनिफॉर्म लिपि, मिट्टी की तख्तियों पर कील के आकार की चिह्नों से लिखी जाती थी, जो विश्व की पहली लेखन प्रणाली थी। यह प्रणाली इतनी प्रभावशाली थी कि उसने आगे चलकर अन्य कई सभ्यताओं की लेखन प्रणाली को प्रभावित किया।
इसके साथ ही, इस अध्याय में हमें नगर जीवन के विकास की झलक मिलती है — जहाँ मंदिर केवल धार्मिक केंद्र नहीं, बल्कि शिक्षा, लेखन, प्रशासन और व्यापार के केंद्र भी थे। नगरों में उन्नत सामाजिक संगठन, स्पष्ट शासन प्रणाली और न्याय व्यवस्था भी थी।
लेखन का विकास और नगर जीवन का संगठन – दोनों ने मिलकर एक ऐसी संस्कृति को जन्म दिया जिसने मानव इतिहास की दिशा ही बदल दी। बिना लेखन के, इतिहास केवल मौखिक परंपरा तक सीमित रहता और प्रशासन अराजक हो जाता। लेकिन लेखन ने हर पहलू में स्थायित्व और स्पष्टता प्रदान की।
इस प्रकार, “लेखन और नगर जीवन” अध्याय यह सिखाता है कि सभ्यता के विकास के लिए लेखन उतना ही आवश्यक था जितना भोजन और आश्रय। यह अध्याय न केवल प्राचीन अतीत की जानकारी देता है, बल्कि यह भी समझाता है कि आज की आधुनिक दुनिया की नींव उन पुरानी ईंटों और मिट्टी की तख्तियों पर ही रखी गई है।
शब्दार्थ (Word Meanings)
शब्द | अर्थ (Meaning) |
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लेखन (Writing) | विचारों सूचनाओं या आंकड़ों को लिखित रूप में प्रस्तुत करना |
नगर (City) | बड़ी जनसंख्या वाला संगठित और नियोजित आवासीय क्षेत्र |
सभ्यता (Civilization) | एक विकसित सामाजिक सांस्कृतिक और तकनीकी जीवन प्रणाली |
मेसोपोटामिया (Mesopotamia) | टाइग्रिस और यूफ्रेटीस नदियों के बीच स्थित प्राचीन क्षेत्र |
क्यूनिफॉर्म (Cuneiform) | कील-आकार की प्राचीन लिपि प्रणाली जो मिट्टी की तख्तियों पर लिखी जाती थी |
ज़िगुरैट (Ziggurat) | बहु-मंजिला मंदिर - जो धार्मिक और प्रशासनिक कार्यों हेतु प्रयुक्त होते थे |
तख्ती (Tablet) | मिट्टी की समतल पट्टी - जिस पर लेखन किया जाता था |
चित्रलिपि (Pictograph) | चित्रों के माध्यम से विचारों को दर्शाने की लेखन प्रणाली |
पुजारी (Priest) | धार्मिक अनुष्ठानों को संपन्न कराने वाला व्यक्ति |
शिलालेख (Inscription) | पत्थर या धातु पर खुदा हुआ लिखित पाठ |
लिपि (Script) | किसी भाषा को लिखने की प्रणाली |
राजा (King) | राज्य का प्रमुख शासक |
कर (Tax) | सरकार द्वारा नागरिकों से लिया गया अनिवार्य धन |
व्यापार (Trade) | वस्तुओं और सेवाओं का विनिमय या क्रय-विक्रय |
अन्नागार (Granary) | अनाज भंडारण करने का स्थान |
शासन (Governance) | राज्य को चलाने की प्रक्रिया |
स्मृति (Memory) | अनुभव या ज्ञान को याद रखने की क्षमता |
धर्म (Religion) | ईश्वर और आध्यात्म से संबंधित विश्वास प्रणाली |
न्याय (Justice) | सही और गलत के अनुसार निष्पक्ष निर्णय देना |
प्रशासन (Administration) | शासन की कार्य प्रणाली |
विधि (Law) | समाज को नियंत्रित करने वाले नियम |
हम्मूराबी (Hammurabi) | मेसोपोटामिया का एक प्रसिद्ध राजा जिसने लिखित कानून बनाए |
दंड (Punishment) | किसी अपराध के लिए दी जाने वाली सजा |
सामाजिक वर्ग (Social class) | समाज के भीतर आर्थिक/व्यवसायिक आधार पर बना वर्गीकरण |
ऐतिहासिक स्रोत (Historical Source) | इतिहास जानने के लिए प्रयुक्त सामग्री |
माइंड मैप (Mind Map)
टाइमलाइन (Timeline)
समयकाल (Approx. Period) | घटनाएँ (Important Events) |
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7000 BCE | मेसोपोटामिया क्षेत्र में कृषि की शुरुआत, स्थायी बस्तियाँ बसना प्रारंभ। |
5000 BCE | दक्षिणी मेसोपोटामिया में गांवों की स्थापना और सिंचाई आधारित कृषि का विकास। |
3300 BCE | सुमेर क्षेत्र में प्रारंभिक लेखन प्रणाली (पिक्टोग्राफ्स) का उपयोग। |
3100 BCE | क्यूनिफॉर्म लिपि का आविष्कार - कील-आकार की लिपि जो मिट्टी की तख्तियों पर लिखी जाती थी। |
3000 BCE | नगरों का उभरना: उर, उरुक और लगश जैसे नगरों का निर्माण; व्यापार, मंदिर, और सामाजिक व्यवस्था विकसित। |
2500 BCE | ज़िगुरैट (मंदिरों) का निर्माण – धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र के रूप में। |
2300 BCE | सर्गन ऑफ अक्काड द्वारा पहला साम्राज्य स्थापित – शहरों को एकजुट किया गया। |
2000 BCE | लेखन का उपयोग व्यापार, कर संग्रह, और शासन में व्यापक रूप से। |
1792–1750 BCE | हम्मूराबी का शासन – पहला लिखित कानून संहिता (Code of Hammurabi) तैयार की गई। |
1000 BCE के बाद | मेसोपोटामिया में लेखन और शहरी सभ्यता का पतन; नए साम्राज्यों का उदय। |
मैप वर्क (Map Work)
1. मेसोपोटामिया क्षेत्र को पहचानना
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वर्तमान देश: इराक
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नदी प्रणाली: टाइग्रिस (Tigris) और यूफ्रेटीस (Euphrates) नदियाँ
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विशेषताएँ: इन दो नदियों के बीच का क्षेत्र ही “मेसोपोटामिया” कहलाता है, जिसका शाब्दिक अर्थ है — “दो नदियों के बीच की भूमि”।
2. प्रमुख नगरों का चिन्हांकन
मानचित्र पर निम्नलिखित नगरों को दर्शाना चाहिए…
नगर | विशेषता |
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उर (Ur) | धार्मिक व प्रशासनिक केंद्र, ज़िगुरैट प्रसिद्ध |
उरुक (Uruk) | पहला नगर, प्रारंभिक लेखन और प्रशासन |
लगश (Lagash) | मंदिर, शासकीय नियंत्रण का अच्छा उदाहरण |
निप्पुर (Nippur) | धार्मिक नगर, अनेक मंदिर |
किश (Kish) | व्यापारिक नगर |
अक्काड (Akkad) | सर्गन का साम्राज्य, प्रशासनिक राजधानी |
बेबीलोन (Babylon) | हम्मूराबी का राज्य, प्रसिद्ध कानून संहिता |
3. नदियों का प्रदर्शन
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टाइग्रिस नदी (उत्तरी दिशा में)
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यूफ्रेटीस नदी (दक्षिणी दिशा में)
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दोनों नदियों के बीच स्थित भूमि में उपजाऊ क्षेत्र (Fertile Crescent) को दर्शाना
4. पड़ोसी क्षेत्रों का संकेत
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असीरिया (Assyria) — उत्तर में स्थित एक साम्राज्य
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एलाम (Elam) — पूर्व की दिशा में, आधुनिक ईरान में
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सीरिया (Syria) — पश्चिम में
5. सभ्यताओं का आपस में संबंध दिखाना
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व्यापारिक मार्ग, नदी मार्ग, समुद्री मार्ग
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मेसोपोटामिया से हड़प्पा सभ्यता तक व्यापार संकेत (कृत्रिम चित्र में तीर आदि द्वारा)
भारत और विश्व का शारीरिक मानचित्र जिसमें पश्चिमी एशिया (Middle East) साफ दिखाई दे.
कलर कोडिंग: नगरों को लाल बिंदु, नदियों को नीली रेखा, व्यापार मार्ग को काले तीर द्वारा दर्शाएँ.
मैप प्रैक्टिस (Map Practice)
भाग A. पहचान और चिन्हांकन (Identification & Marking)
विश्व मानचित्र पर निम्नलिखित स्थानों को चिन्हित करें
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टाइग्रिस नदी
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यूफ्रेटीस नदी
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उर (Ur)
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उरुक (Uruk)
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बेबीलोन (Babylon)
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अक्काड (Akkad)
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निप्पुर (Nippur)
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लगश (Lagash)
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मेसोपोटामिया क्षेत्र
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एलाम (Elam)
निम्नलिखित के लिए एक रेखा खींचें जो यह दर्शाए
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व्यापारिक मार्ग (उदाहरण: मेसोपोटामिया से सिंधु घाटी तक)
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नदी मार्ग
भाग B. प्रश्नोत्तर अभ्यास (Questions for Practice)
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
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टाइग्रिस और यूफ्रेटीस नदियों के किनारे बसे कौन-कौन से प्रमुख नगर थे?
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मेसोपोटामिया को ‘उर्वर अर्धचंद्र’ (Fertile Crescent) क्यों कहा जाता है?
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अक्काड नगर का ऐतिहासिक महत्व क्या था?
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ज़िगुरैट किस नगर में स्थित थे? उनका उद्देश्य क्या था?
भाग C. मिलान अभ्यास (Match the Following)
नगर | विशेषता |
---|---|
उरुक | प्रारंभिक लेखन |
बेबीलोन | हम्मूराबी का शासन |
अक्काड | सर्गन का साम्राज्य |
निप्पुर | धार्मिक केंद्र |
लगश | प्रशासनिक दस्तावेज |
भाग D. नक्शा आधारित लघु परियोजना (Short Map Project)
प्रोजेक्ट कार्य: एक खाली नक्शे पर निम्नलिखित को चिह्नित करें और रंगों का उपयोग करके वर्गीकृत करें
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🔴 प्रमुख नगर (Red dots)
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🔵 नदियाँ (Blue lines)
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🟢 मंदिर/ज़िगुरैट (Green symbol)
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⚫ व्यापार मार्ग (Black arrows)
🗂 नक्शे के पीछे एक अनुच्छेद लिखें जिसमें बताया जाए कि मेसोपोटामिया की भौगोलिक स्थिति ने सभ्यता के विकास में कैसे मदद की।
वैकल्पिक प्रश्न (Multiple Choice Questions) – उत्तर सहित व्याख्या
प्रश्न 1. मेसोपोटामिया सभ्यता किन दो नदियों के बीच स्थित थी?
A. नील और कांगो
B. सिंधु और गंगा
C. टाइग्रिस और यूफ्रेटीस
D. यांग्त्से और मेकोंग✅ उत्तर: C). टाइग्रिस और यूफ्रेटीस
📘 व्याख्या: मेसोपोटामिया एक प्राचीन सभ्यता थी जो वर्तमान इराक में स्थित थी। यह क्षेत्र दो प्रमुख नदियों – टाइग्रिस और यूफ्रेटीस – के बीच स्थित था। यही कारण है कि इसे “दो नदियों के बीच की भूमि” भी कहा जाता है। इन नदियों ने कृषि, व्यापार और शहरी जीवन को बढ़ावा दिया।
प्रश्न 2. क्यूनिफॉर्म क्या है?
A. मंदिर
B. कर प्रणाली
C. कानून संहिता
D. एक लिपि प्रणाली✅ उत्तर: D). एक लिपि प्रणाली
📘 व्याख्या: क्यूनिफॉर्म (Cuneiform) एक कील-आकार की लिपि प्रणाली थी जो मेसोपोटामिया में प्रयोग की जाती थी। यह मिट्टी की तख्तियों पर एक नुकीले औज़ार से लिखी जाती थी। यह दुनिया की सबसे पुरानी ज्ञात लेखन प्रणालियों में से एक है। इस लिपि का उपयोग व्यापार, प्रशासन, धार्मिक ग्रंथों और ऐतिहासिक दस्तावेजों में किया गया।
प्रश्न 3. ज़िगुरैट का उपयोग किस कार्य के लिए होता था?
A. सैनिक अड्डा
B. बाजार स्थल
C. धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र
D. खेल प्रतियोगिताओं के लिए स्थल✅ उत्तर: C. धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र
📘 व्याख्या: ज़िगुरैट बहु-मंजिला मंदिर होते थे जो ऊँचाई पर बने होते थे। ये धार्मिक अनुष्ठानों, प्रशासनिक कार्यों, और नगर के प्रमुख कार्यों के लिए केंद्र के रूप में प्रयुक्त होते थे। इनमें केवल पुजारी और उच्च वर्ग के लोग प्रवेश कर सकते थे। इन्हें नगर की पहचान और शक्ति का प्रतीक माना जाता था।
प्रश्न 4. हम्मूराबी किस लिए प्रसिद्ध था?
A. शिल्पकला के लिए
B. साम्राज्य विस्तार के लिए
C. सबसे पुरानी लिखित कानून संहिता बनाने के लिए
D. मंदिर निर्माण के लिए✅ उत्तर: C). सबसे पुरानी लिखित कानून संहिता बनाने के लिए
📘 व्याख्या: हम्मूराबी मेसोपोटामिया का एक महान राजा था जिसने लगभग 1792–1750 BCE के बीच शासन किया। उसने हम्मूराबी संहिता (Code of Hammurabi) बनाई, जो दुनिया की पहली लिखित कानून संहिता मानी जाती है। इस संहिता में लगभग 282 नियम थे जो सामाजिक न्याय, दंड, व्यापार और पारिवारिक मामलों से संबंधित थे।
प्रश्न 5. मेसोपोटामिया में लेखन का सबसे प्रारंभिक उद्देश्य क्या था?
A. कविता और साहित्य लिखना
B. धार्मिक ग्रंथों को संरक्षित करना
C. व्यापार और कर संबंधी रिकॉर्ड रखना
D. राजा के जीवन की कहानियाँ लिखना✅ उत्तर: C). व्यापार और कर संबंधी रिकॉर्ड रखना
📘 व्याख्या: मेसोपोटामिया में लेखन की शुरुआत व्यावसायिक कार्यों और राजकोषीय जरूरतों के लिए हुई थी। व्यापार में वस्तुओं के लेन-देन का लेखा-जोखा रखने और कर संग्रह की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए लेखन का उपयोग हुआ। बाद में ही इसे साहित्यिक और धार्मिक उद्देश्यों के लिए विकसित किया गया।
प्रश्न 6. निम्नलिखित में से कौन-सा नगर मेसोपोटामिया में नहीं था?
A. उर
B. मोहनजोदड़ो
C. उरुक
D. बेबीलोन✅ उत्तर: B). मोहनजोदड़ो
📘 व्याख्या: मोहनजोदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख नगर था, जो वर्तमान पाकिस्तान में स्थित है। यह मेसोपोटामिया में नहीं आता है। वहीं, उर, उरुक और बेबीलोन जैसे नगर मेसोपोटामिया सभ्यता का हिस्सा थे।
7. मेसोपोटामिया में मिट्टी की तख्तियों पर लेखन किस औजार से किया जाता था?
A. लकड़ी की छड़ी
B. धातु की कलम
C. नुकीली कील या सरकंडा
D. ब्रश✅ उत्तर: C). नुकीली कील या सरकंडा
📘 व्याख्या: मेसोपोटामिया में लेखन मिट्टी की तख्तियों पर किया जाता था, जिसके लिए एक नुकीला औजार, आमतौर पर सरकंडे या लकड़ी की कील का उपयोग होता था। इससे बने चिन्ह कील-आकार (cuneiform) के होते थे। यह विधि जल्दी सूखने वाली और सुरक्षित मानी जाती थी।
प्रश्न 8. मेसोपोटामिया में सामाजिक वर्ग का निर्धारण मुख्यतः किस आधार पर होता था?
A. धर्म
B. शिक्षा
C. व्यवसाय और संपत्ति
D. जन्म✅ उत्तर: C). व्यवसाय और संपत्ति
📘 व्याख्या: मेसोपोटामिया में समाज को विभिन्न सामाजिक वर्गों में विभाजित किया गया था। यह वर्गीकरण मुख्य रूप से व्यवसाय (जैसे किसान, व्यापारी, पुजारी) और उनकी संपत्ति या आर्थिक स्थिति के आधार पर होता था। ऊँचे वर्ग में पुजारी, अधिकारी और राजा आते थे, जबकि निचले वर्ग में मजदूर और दास होते थे।
प्रश्न 9. मेसोपोटामिया के नगरों में मंदिरों को क्या कहा जाता था?
A. पैगोडा
B. ज़िगुरैट
C. स्टूप
D. मीनार✅ उत्तर: B). ज़िगुरैट
📘 व्याख्या: मेसोपोटामिया में मंदिरों को ज़िगुरैट कहा जाता था। ये बहु-मंजिला इमारतें होती थीं जो धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र होती थीं। ज़िगुरैट नगरों की ऊँचाई पर स्थित होते थे और इन्हें ईश्वर से संपर्क का माध्यम माना जाता था।
प्रश्न 10. मेसोपोटामिया का कौन-सा राजा महान प्रशासनिक और विधिक सुधारों के लिए जाना जाता है?
A. सर्गन
B. हम्मूराबी
C. अश्शूरबनिपाल
D. गिलगमेश✅ उत्तर: B). हम्मूराबी
📘 व्याख्या: हम्मूराबी मेसोपोटामिया का एक प्रमुख राजा था जिसने कानून और प्रशासन में महत्त्वपूर्ण सुधार किए। उसका हम्मूराबी संहिता आज भी प्रसिद्ध है क्योंकि यह पहली विस्तृत लिखित कानून संहिता मानी जाती है, जिसने समाज में न्याय और व्यवस्था सुनिश्चित की।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)
1. मेसोपोटामिया को सभ्यता का पालना क्यों कहा जाता है?
उत्तर: मेसोपोटामिया को सभ्यता का पालना कहा जाता है क्योंकि यहीं पर सबसे पहले लेखन, नगरों की योजना, प्रशासनिक व्यवस्था, और कृषि आधारित समाज का विकास हुआ था। यह मानव सभ्यता के प्रारंभिक रूपों का केंद्र था।
2. क्यूनिफॉर्म लिपि क्या थी?
उत्तर: क्यूनिफॉर्म एक प्राचीन लिपि थी जिसे मेसोपोटामिया में मिट्टी की तख्तियों पर कील के आकार की छापों से लिखा जाता था। यह व्यापार, कर, धार्मिक ग्रंथ और शासन कार्यों में उपयोग होती थी।
3. ज़िगुरैट का क्या महत्व था?
उत्तर: ज़िगुरैट एक बहु-मंजिला मंदिर होता था जो धार्मिक कार्यों, अनुष्ठानों और नगर प्रशासन का केंद्र होता था। यह नगर का प्रमुख धार्मिक स्थल भी माना जाता था और पुजारियों का निवास स्थान भी होता था।
4. लेखन का समाज में क्या उपयोग था?
उत्तर: लेखन का उपयोग कर संग्रह, व्यापार रिकॉर्ड, धार्मिक ग्रंथ, और प्रशासनिक कार्यों में होता था। इससे सूचना संग्रहण, आदेश प्रसारण और कानूनों के क्रियान्वयन में मदद मिलती थी।
5. हम्मूराबी संहिता क्या थी?
उत्तर: हम्मूराबी संहिता एक लिखित कानून संग्रह थी जिसे हम्मूराबी राजा ने बनवाया था। इसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लिए नियम और दंड निर्धारित किए गए थे। यह विश्व की पहली संहिताओं में से एक थी।
6. मेसोपोटामिया में कृषि के विकास में नदियों की क्या भूमिका थी?
उत्तर: टाइग्रिस और यूफ्रेटीस नदियाँ सिंचाई और जल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत थीं। इनके कारण खेतों में उपजाऊ मिट्टी और जल की उपलब्धता बनी रहती थी, जिससे कृषि फल-फूल सकी।
7. लेखन की शुरुआत कब और क्यों हुई?
उत्तर: लेखन की शुरुआत लगभग 3300 ईसा पूर्व सुमेर में हुई। इसका मुख्य उद्देश्य व्यापार, कर संग्रह, और प्रशासनिक कार्यों के लिए सूचनाओं का लेखा-जोखा रखना था।
8. सर्गन ऑफ अक्काड कौन था?
उत्तर: सर्गन अक्काड का एक शासक था जिसने मेसोपोटामिया में पहला साम्राज्य स्थापित किया। उसने कई नगर-राज्यों को एकजुट कर शासन की एक नई प्रणाली स्थापित की।
9. चित्रलिपि (Pictograph) क्या थी?
उत्तर: चित्रलिपि वह प्रारंभिक लेखन प्रणाली थी जिसमें विचारों या वस्तुओं को चित्रों के माध्यम से दर्शाया जाता था। इसका उपयोग लेखन की शुरुआत में सूचनाओं को सरलता से समझाने के लिए किया जाता था।
10. मेसोपोटामिया की अर्थव्यवस्था किन तत्वों पर आधारित थी?
उत्तर: मेसोपोटामिया की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि, पशुपालन, व्यापार और कर संग्रह पर आधारित थी। सिंचाई के विकास और लेखन प्रणाली ने आर्थिक गतिविधियों को सुसंगठित किया।
लघु उत्तरीय प्रश्न (60-80 शब्दों में)
1. मेसोपोटामिया में लेखन प्रणाली का विकास क्यों हुआ?
उत्तर: मेसोपोटामिया में लेखन प्रणाली का विकास मुख्य रूप से व्यापार, कर संग्रह, और प्रशासनिक कार्यों को व्यवस्थित करने के लिए हुआ। जैसे-जैसे सभ्यता जटिल होती गई, सूचनाओं को संरक्षित करने की आवश्यकता बढ़ी। प्रारंभिक रूप में चित्रों का उपयोग किया गया, जिसे बाद में क्यूनिफॉर्म लिपि ने प्रतिस्थापित किया। लेखन ने सामाजिक, आर्थिक, और धार्मिक संरचनाओं को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
2. ज़िगुरैट क्या थे और उनका क्या महत्व था?
उत्तर: ज़िगुरैट बहु-मंजिला मंदिर होते थे, जो मेसोपोटामिया के नगरों में धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र के रूप में प्रयुक्त होते थे। ये ईंटों से बनाए जाते थे और ऊँचाई में होते थे, जिससे वे दूर से दिखाई देते थे। इनका प्रयोग पूजा-पाठ, कर संग्रह और प्रशासनिक बैठकों के लिए होता था। ज़िगुरैट मंदिरों ने धार्मिक विश्वास को सामाजिक संगठन से जोड़ा।
3. सर्गन ऑफ अक्काड का शासन मेसोपोटामिया के इतिहास में क्यों महत्वपूर्ण था?
उत्तर: सर्गन ऑफ अक्काड ने लगभग 2300 ईसा पूर्व में पहला मेसोपोटामियन साम्राज्य स्थापित किया। उसने विभिन्न नगरों को एकजुट करके एक केंद्रीय प्रशासन बनाया। सर्गन का शासन लेखन, प्रशासन, और सैन्य संगठन में सुधार के लिए जाना जाता है। उसके शासनकाल में साम्राज्य विस्तार, कर प्रणाली और कानून व्यवस्था को मजबूती मिली, जिससे वह मेसोपोटामिया के इतिहास में एक निर्णायक शासक माना गया।
4. हम्मूराबी की कानून संहिता क्या थी?
उत्तर: हम्मूराबी की कानून संहिता प्राचीन मेसोपोटामिया में बनाई गई पहली लिखित विधि संहिता थी, जो 1792–1750 ईसा पूर्व के बीच बनाई गई। इसमें 282 कानून शामिल थे जो समाज में न्याय और व्यवस्था बनाए रखने हेतु बनाए गए थे। ये कानून दंडात्मक थे और ‘आंख के बदले आंख’ जैसे सिद्धांत पर आधारित थे। यह संहिता न्याय की अवधारणा को विधिवत रूप से प्रस्तुत करने का पहला प्रयास थी।
5. मेसोपोटामिया में शहरी जीवन की प्रमुख विशेषताएँ क्या थीं?
उत्तर: मेसोपोटामिया में शहरी जीवन नियोजित और संगठित था। नगरों में मंदिर (ज़िगुरैट), शासकीय भवन, व्यापारिक केंद्र, और आवासीय क्षेत्र होते थे। सिंचाई आधारित कृषि, व्यापार, कारीगरी और लेखन जैसी गतिविधियाँ नगरों की पहचान थीं। सामाजिक वर्गीकरण, प्रशासनिक तंत्र, और धार्मिक गतिविधियाँ भी नगर जीवन को परिभाषित करती थीं। नगर लोगों के सांस्कृतिक और राजनीतिक जीवन का केंद्र थे।
6. क्यूनिफॉर्म लिपि क्या थी और इसका क्या महत्व था?
उत्तर: क्यूनिफॉर्म लिपि मेसोपोटामिया की एक कील-आकार की लिपि थी, जिसे मिट्टी की तख्तियों पर नुकीले औजारों से लिखा जाता था। यह विश्व की पहली लेखन प्रणालियों में से एक थी। इसका उपयोग प्रशासन, व्यापार, कर संग्रह, धार्मिक ग्रंथों और साहित्यिक कृतियों के लेखन में होता था। इस लिपि ने जानकारी को संरक्षित करने और ज्ञान के आदान-प्रदान को संभव बनाया।
7. मेसोपोटामिया में मंदिरों की भूमिका क्या थी?
उत्तर: मेसोपोटामिया में मंदिर केवल धार्मिक पूजा स्थलों तक सीमित नहीं थे, बल्कि वे सामाजिक और प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र भी थे। ज़िगुरैट जैसे मंदिरों में अनुष्ठान, कर संग्रह, अनाज भंडारण, और न्यायिक कार्य होते थे। पुजारी वर्ग का प्रभावशाली स्थान था। मंदिर आर्थिक संसाधनों के केंद्र थे और उन्होंने नगरों के विकास में अहम भूमिका निभाई।
8. लेखन के विकास से समाज में क्या परिवर्तन आए?
उत्तर: लेखन के विकास ने मेसोपोटामिया समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन किए। यह शासन, कर संग्रह, व्यापार, और कानून व्यवस्था को अधिक संगठित और प्रभावी बनाने में सहायक रहा। लेखन ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड सुरक्षित किए और धार्मिक तथा साहित्यिक ग्रंथों को स्थायी रूप प्रदान किया। इससे शिक्षा और ज्ञान का प्रसार हुआ और प्रशासनिक क्षमता में वृद्धि हुई।
9. मेसोपोटामिया की सभ्यता के पतन के क्या कारण थे?
उत्तर: मेसोपोटामिया सभ्यता के पतन के कई कारण थे—प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन, बार-बार की बाढ़ें, मिट्टी की उर्वरता में गिरावट, और जल निकासी की समस्याएँ। साथ ही बाहरी आक्रमणों, आंतरिक संघर्षों और प्रशासनिक अस्थिरता ने भी सभ्यता को कमजोर किया। समय के साथ व्यापारिक मार्गों में बदलाव और नई शक्तियों के उदय ने इसे इतिहास बना दिया।
10. हम्मूराबी की संहिता क्या थी और इसका महत्व क्या है?
उत्तर: हम्मूराबी की संहिता मेसोपोटामिया के राजा हम्मूराबी द्वारा बनवाया गया पहला व्यवस्थित और लिखित कानून संग्रह था। इसमें 282 नियम थे जो समाज के विभिन्न वर्गों और अपराधों के लिए दंड निर्धारित करते थे। यह संहिता न्याय, सामाजिक नियंत्रण और शासन की पारदर्शिता का प्रतीक थी। इससे यह सिद्ध होता है कि मेसोपोटामिया में विधि और प्रशासनिक व्यवस्था कितनी उन्नत थी।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (120–150 शब्दों में)
1. मेसोपोटामिया में लेखन की उत्पत्ति और विकास की प्रक्रिया को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: मेसोपोटामिया में लेखन की उत्पत्ति का मुख्य कारण प्रशासनिक और आर्थिक आवश्यकताएँ थीं। सबसे पहले चित्रलिपि (pictographs) का उपयोग हुआ जिसमें वस्तुओं को प्रतीकों द्वारा दर्शाया जाता था। जैसे-जैसे समाज जटिल होता गया, लेखन प्रणाली भी विकसित हुई। सुमेरियों ने लगभग 3100 ईसा पूर्व ‘क्यूनिफॉर्म’ (cuneiform) लिपि का आविष्कार किया जो कील के आकार की होती थी और मिट्टी की तख्तियों पर नुकीले औजारों से लिखी जाती थी।
शुरुआत में लेखन केवल व्यापारिक लेन-देन और कर संग्रह के लिए उपयोग में लाया गया, परन्तु समय के साथ इसका उपयोग धार्मिक ग्रंथों, कानूनी नियमों, साहित्यिक रचनाओं, और ऐतिहासिक अभिलेखों के लिए भी हुआ। लेखन के विकास से स्मृति पर निर्भरता कम हुई और शासकों को प्रशासनिक नियंत्रण बनाए रखने में मदद मिली। लेखन ने ज्ञान के संग्रह, संचरण और संरचना को सशक्त बनाया, जिससे सभ्यता का विस्तार संभव हो सका।
2. मेसोपोटामिया की नगर सभ्यता की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: मेसोपोटामिया की नगर सभ्यता विश्व की प्रथम नगरीय सभ्यताओं में से एक मानी जाती है। यह सभ्यता टाइग्रिस और यूफ्रेटीस नदियों के बीच स्थित उपजाऊ क्षेत्र में विकसित हुई। यहाँ नगरों का निर्माण योजनाबद्ध ढंग से किया गया था। उर, उरुक, और लगश जैसे प्रमुख नगरों में ज़िगुरैट (बहु-मंजिला मंदिर), अनाज भंडारण केंद्र, आवासीय क्षेत्र और बाजार होते थे। नगरों में धार्मिक, प्रशासनिक और व्यापारिक गतिविधियाँ केंद्रित थीं।
यहाँ के लोग कृषि, पशुपालन, शिल्पकार्य और व्यापार में संलग्न थे। समाज में श्रेणियाँ विकसित थीं—राजा, पुजारी, व्यापारी, कारीगर और श्रमिक। नगर प्रशासन के लिए कर वसूली, कानून व्यवस्था और श्रमिक प्रबंधन जैसी प्रणालियाँ थीं। जल सिंचाई की उन्नत प्रणाली ने कृषि को समृद्ध बनाया। यह सभ्यता लेखन, कानून, विज्ञान और गणित में भी उन्नत थी। कुल मिलाकर, नगरों ने सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास की नींव रखी।
3. हम्मूराबी की संहिता क्या थी? उसके प्रमुख नियमों का वर्णन कीजिए और उनके महत्व को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: हम्मूराबी मेसोपोटामिया का एक प्रसिद्ध शासक था जिसने लगभग 1792–1750 ई.पू. तक शासन किया। उसने एक विस्तृत और सुनियोजित कानून संहिता (Code of Hammurabi) तैयार की जो विश्व की प्राचीनतम विधिक व्यवस्थाओं में से एक मानी जाती है। इस संहिता में लगभग 282 कानूनों को पत्थर की शिलाओं पर कीलाक्षर लिपि में खुदवाया गया था।
इसमें सामाजिक वर्गों के अनुसार अलग-अलग दंड निर्धारित थे। प्रमुख नियमों में “आंख के बदले आंख” जैसे प्रतिशोध आधारित सिद्धांत थे। इसमें संपत्ति की रक्षा, पारिवारिक अधिकार, मजदूरों के अधिकार, विवाह और तलाक से जुड़े कानून शामिल थे। यह संहिता न केवल न्याय व्यवस्था का आधार बनी बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था को भी संगठित करने में मददगार रही। इससे यह सिद्ध होता है कि उस समय समाज में विधि और व्यवस्था का बहुत महत्व था और राजा न्याय का संरक्षक माना जाता था।
4. मेसोपोटामिया की सामाजिक संरचना कैसी थी? विभिन्न वर्गों की भूमिका समझाइए।
उत्तर: मेसोपोटामिया की सामाजिक संरचना जटिल और श्रेणीबद्ध थी। समाज में विभिन्न वर्ग थे जिनकी भूमिका स्पष्ट रूप से परिभाषित थी। सबसे ऊपर राजा होता था जिसे ईश्वर का प्रतिनिधि माना जाता था। राजा के नीचे पुजारी वर्ग था जो धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करता और मंदिरों का संचालन करता।
इसके बाद अमीर व्यापारी और जमींदार आते थे जो व्यापार और कृषि से संपन्न होते थे। कारीगर और शिल्पकार वस्त्र, धातु, मिट्टी और लकड़ी से वस्तुएँ बनाते थे। किसान समाज का बड़ा हिस्सा थे जो खेती और सिंचाई कार्य करते थे। सबसे निचले पायदान पर दास थे जो श्रम करते थे और सामाजिक अधिकारों से वंचित थे।
यह वर्गीकरण जन्म, पेशे और संपत्ति पर आधारित था। सामाजिक संरचना ने श्रम विभाजन को जन्म दिया जिससे उत्पादन, निर्माण, व्यापार और शासन सुचारु रूप से चल सके। यह संरचना सभ्यता के विकास में सहायक रही।
5. लेखन के विकास का मानव सभ्यता पर क्या प्रभाव पड़ा? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: लेखन का विकास मानव सभ्यता के लिए एक क्रांतिकारी परिवर्तन था। लेखन ने मौखिक परंपराओं की सीमाओं को तोड़कर ज्ञान के स्थायित्व को संभव बनाया। मेसोपोटामिया में लेखन की शुरुआत प्रशासनिक कार्यों, कर संग्रह, और व्यापार के रिकॉर्ड के लिए हुई थी, परन्तु समय के साथ इसका उपयोग धार्मिक ग्रंथों, साहित्यिक रचनाओं और कानूनों के निर्माण में भी होने लगा।
लेखन ने संचार को अधिक सटीक और संगठित बनाया। ऐतिहासिक स्रोतों जैसे क्यूनिफॉर्म लिपि में लिखी गई मिट्टी की तख्तियाँ, हम्मूराबी की संहिता और मंदिरों के अभिलेख आज भी उस सभ्यता की जानकारी देने में सहायक हैं। इससे शिक्षा, अनुसंधान और विचारों के प्रसार को भी गति मिली।
उदाहरणस्वरूप, हम्मूराबी की संहिता का संरक्षण केवल लेखन की वजह से संभव हुआ। लेखन ने प्रशासनिक कार्यों को सुसंगठित किया और सभ्यता को सशक्त व दीर्घकालिक बनाया। यह ज्ञान और संस्कृति के विस्तार की आधारशिला थी।
रिवीजन शीट (Revision Sheet)
अध्याय का सारांश (Chapter Summary)
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यह अध्याय प्राचीन मेसोपोटामिया सभ्यता पर केंद्रित है, जहाँ दुनिया की पहली लिपि (Cuneiform) का विकास हुआ।
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लेखन की शुरुआत प्रशासनिक जरूरतों जैसे कर संग्रह, व्यापार, और जनगणना के लिए हुई।
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इस क्षेत्र में उर, उरुक, लगश जैसे प्राचीन नगरों का निर्माण हुआ जो व्यापार, धार्मिक केंद्र और प्रशासनिक इकाइयाँ थे।
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ज़िगुरैट जैसे मंदिर और हम्मूराबी की कानून संहिता इस सभ्यता की उन्नति को दर्शाते हैं।
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लेखन ने समाज, धर्म, व्यापार और शासन को संगठित और स्थायी स्वरूप प्रदान किया।
प्रमुख शब्दावली (Key Terms)
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Cuneiform – कील-आकार की लिपि, मिट्टी की तख्तियों पर लिखी जाती थी।
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Ziggurat – बहु-मंजिला मंदिर, धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र।
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Sumer – मेसोपोटामिया का पहला प्रमुख क्षेत्र जहां नगरों और लेखन का विकास हुआ।
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Hammurabi – प्रसिद्ध राजा जिसने पहला लिखित कानून संहिता बनाई।
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Tablet – मिट्टी की तख्तियाँ जिन पर लेखन किया जाता था।
महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)
समयकाल | प्रमुख घटनाएँ |
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c. 7000 BCE | कृषि की शुरुआत, स्थायी बस्तियाँ |
c. 3300 BCE | प्रारंभिक लेखन प्रणाली का उपयोग |
c. 3000 BCE | नगरों का उभरना, व्यापार और शासन का विकास |
c. 1792–1750 BCE | हम्मूराबी का शासन और कानून संहिता |
c. 1000 BCE | शहरी जीवन और लेखन का पतन |
मुख्य बिंदु (Key Points for Revision)
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लेखन की शुरुआत का उद्देश्य: प्रशासन और व्यापार।
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शहरी जीवन का विकास: कृषि, सिंचाई, जनसंख्या वृद्धि, वर्ग विभाजन।
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समाज में वर्ग व्यवस्था: राजा, पुजारी, व्यापारी, किसान, दास।
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ज़िगुरैट और मंदिरों का महत्त्व।
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हम्मूराबी की संहिता: पहला लिखित कानून, सामाजिक न्याय का उदाहरण।
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लेखन का प्रभाव: ऐतिहासिक दस्तावेज, धार्मिक ग्रंथ, विधि निर्माण।
परीक्षा उपयोगी प्रश्नों के संकेत (Exam Tips & Focus Areas)
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हम्मूराबी की संहिता के उदाहरणों को याद रखें।
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Cuneiform लिपि और उसके उपयोग पर विशेष ध्यान दें।
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नगर जीवन की विशेषताओं (वर्गीकरण, शासन, व्यापार) को रेखाचित्र या सूचीबद्ध तरीके से दोहराएं।
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ज़िगुरैट और उसके कार्यों को चित्र सहित समझें (यदि चित्र पूछा जाए)।
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लेखन और स्मृति के अंतर को समझें – क्यों लेखन को “मानवता की क्रांति” कहा गया।
रेखाचित्र/मैप अभ्यास (Diagram/Map Practice)
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मेसोपोटामिया का नक्शा: टाइग्रिस और यूफ्रेटीस नदियाँ, प्रमुख नगर: उर, उरुक, लगश, अक्काड।
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ज़िगुरैट का संरचनात्मक चित्र (यदि पाठ्यपुस्तक में उपलब्ध हो)।
दोहराने की रणनीति (Smart Revision Strategy)
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समय-सीमा के अनुसार Timeline चार्ट बनाएँ और उसे याद रखें।
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शब्दार्थ और प्रमुख परिभाषाएँ Flashcards की तरह दोहराएं।
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MCQs और Very Short Answers का अभ्यास बार-बार करें।
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उत्तरों को पॉइंट्स में लिखने की आदत डालें – जैसे: भूमिका, विकास, प्रभाव।
Quick Facts (स्मरणीय तथ्य)
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लेखन का आरंभ: प्रशासनिक रिकॉर्ड के लिए।
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सबसे पुरानी लिपि: Cuneiform (सुमेर में विकसित)।
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पहला कानून संहिता: हम्मूराबी की संहिता।
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सबसे पुराने नगरों में से एक: उर, उरुक।
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ज़िगुरैट: पूजा, अनाज भंडारण और प्रशासन के लिए प्रयुक्त।
वर्कशीट (Worksheet) - Test (लेखन और नगर जीवन)
खंड A. बहुत लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Questions)
(प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का, कुल 5 अंक)
उत्तर 20-30 शब्दों में दीजिए।
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सुमेर सभ्यता में लेखन की आवश्यकता क्यों पड़ी?
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ज़िगुरैट क्या होते थे?
-
हम्मूराबी की संहिता क्या थी?
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कील-लिपि (Cuneiform) की विशेषता बताइए।
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मेसोपोटामिया में व्यापार किस प्रकार से होता था?
खंड B. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)
(प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का, कुल 9 अंक)
उत्तर 40-60 शब्दों में दीजिए।
-
सुमेर सभ्यता में समाज की संरचना का वर्णन कीजिए।
-
मेसोपोटामिया में नगरों के उभार के क्या कारण थे?
-
मेसोपोटामिया में लेखन प्रणाली के उपयोग किन-किन क्षेत्रों में होते थे?
खंड C. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)
(प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का, कुल 10 अंक)
उत्तर 120-150 शब्दों में दीजिए।
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हम्मूराबी की संहिता का समाज पर क्या प्रभाव पड़ा? उदाहरण सहित समझाइए।
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मेसोपोटामिया की नगर सभ्यता की प्रमुख विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।
खंड D. मानचित्र कार्य (Map Work)
(कुल 3 अंक)
निम्नलिखित स्थानों को मानचित्र पर दर्शाइए (प्रश्न के साथ नक्शा संलग्न करें):
11.
a. टाइग्रिस नदी
b. यूफ्रेटीस नदी
c. उर नगर
खंड E. वैकल्पिक प्रश्न (Multiple Choice Questions – MCQs)
(प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का, कुल 3 अंक)
सही विकल्प चुनिए।
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मेसोपोटामिया सभ्यता किस नदी के किनारे विकसित हुई?
a. सिंधु
b. नील
c. टाइग्रिस-यूफ्रेटीस
d. यांगत्से -
सुमेर में किस लिपि का प्रयोग होता था?
a. ब्राह्मी
b. हाइरोग्लिफिक्स
c. कील-लिपि
d. लैटिन -
हम्मूराबी किस राज्य का शासक था?
a. उर
b. उरुक
c. लगश
d. बाबिलोनिया
नोट्स
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इस वर्कशीट को दो भागों में कराया जा सकता है – गृहकार्य + कक्षा अभ्यास।
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मानचित्र कार्य के लिए विद्यार्थियों को नक्शा उपलब्ध कराएं या किताब में दिए नक्शे पर काम करने को कहें।
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MCQs और Very Short Answers को मूल्यांकन के लिए उपयुक्त माना जा सकता है।
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इस वर्कशीट का प्रयोग समूह चर्चा, क्विज़ या मौखिक प्रश्नों के लिए भी किया जा सकता है।
आपकी राय क्या है?
क्या आप भी मानते हैं कि कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता?
क्या आपने भी कभी अपनी गलतियों से कुछ सीखा है जो आपको और मजबूत बना गया?
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