मध्य इस्लामी क्षेत्र (The Central Islamic Lands)
इस अध्याय में इस्लाम धर्म के उदय, उसके विस्तार और उसके राजनीतिक तथा सांस्कृतिक प्रभावों का अध्ययन किया गया है। सातवीं शताब्दी में पैगंबर मोहम्मद साहब द्वारा इस्लाम की नींव रखी गई। इसके बाद खलीफाओं (Caliphs) ने इस्लामी साम्राज्य को विस्तृत किया। उमय्यद (Umayyad) और अब्बासी (Abbasid) वंशों ने मध्य एशिया, ईरान, अफ्रीका और स्पेन तक शासन किया। इस काल में इस्लामी संस्कृति, कला, विज्ञान और व्यापार का विकास हुआ। धार्मिक मतभेदों ने सुन्नी और शिया समुदायों को जन्म दिया।
सारांश (Summary)
इस अध्याय में इस्लाम धर्म के उदय, उसके फैलाव, शासन व्यवस्था, धार्मिक विचारधाराओं में अंतर, सांस्कृतिक विकास और सामाजिक परिवर्तनों का अध्ययन किया गया है। यह अध्याय मुख्य रूप से सातवीं से तेरहवीं शताब्दी के उस ऐतिहासिक काल को प्रस्तुत करता है जब इस्लामी सभ्यता का विस्तार पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका, ईरान, मध्य एशिया और यूरोप के कुछ भागों (विशेषकर स्पेन) तक हो गया था।
इस्लाम धर्म की स्थापना और प्रारंभिक विस्तार
इस्लाम धर्म की स्थापना पैगंबर मोहम्मद साहब ने 7वीं शताब्दी में अरब प्रायद्वीप में की। उन्होंने मक्का में रहकर अल्लाह के संदेशों का प्रचार किया। 622 ई. में मोहम्मद साहब ने मदीना की ओर हिजरत की, जिसे इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत माना जाता है। उनके देहांत के बाद उनके अनुयायियों ने खलीफा के रूप में शासन संभाला। प्रारंभिक चार “राशिदून खलीफा” (Rightly Guided Caliphs) के शासनकाल में इस्लाम का तेज़ी से प्रसार हुआ।
उमय्यद और अब्बासी वंश
661 ई. में उमय्यद वंश की स्थापना हुई जिसकी राजधानी दमिश्क (सीरिया) थी। इस वंश ने इस्लामी साम्राज्य को उत्तर अफ्रीका, स्पेन और मध्य एशिया तक फैलाया। 750 ई. में अब्बासी वंश ने उमय्यदों को अपदस्थ कर बगदाद को राजधानी बनाया। अब्बासी वंश का काल इस्लामी स्वर्ण युग के रूप में जाना जाता है, जिसमें साहित्य, गणित, विज्ञान, चिकित्सा, ज्योतिष और दर्शन का अपूर्व विकास हुआ।
धार्मिक विभाजन – सुन्नी और शिया
पैगंबर मोहम्मद के उत्तराधिकारी को लेकर मतभेद के कारण इस्लाम दो प्रमुख सम्प्रदायों में विभाजित हुआ — सुन्नी और शिया।
सुन्नी मानते हैं कि खलीफा का चुनाव समुदाय द्वारा होना चाहिए।
शिया मानते हैं कि खलीफा पैगंबर के परिवार से होना चाहिए, विशेष रूप से अली और उनके वंशजों से।
इस मतभेद ने इस्लामी दुनिया में राजनीतिक अस्थिरता और आंतरिक संघर्षों को जन्म दिया।
सांस्कृतिक और बौद्धिक विकास
अब्बासी शासनकाल में बगदाद ज्ञान का केंद्र बन गया था। यहाँ “हाउस ऑफ विजडम” की स्थापना की गई, जहाँ यूनानी, फारसी और भारतीय ग्रंथों का अरबी में अनुवाद हुआ। इस काल में चिकित्सा, गणित, ज्योतिष, दर्शन और साहित्य में महान उपलब्धियाँ प्राप्त हुईं। व्यापार, शहरीकरण और स्थापत्य कला का भी तेज़ विकास हुआ।
इस्लामी समाज और शासन व्यवस्था
इस्लामी साम्राज्य में एक संगठित प्रशासनिक व्यवस्था थी। शरिया कानून (इस्लामी धार्मिक नियम) के आधार पर न्याय व्यवस्था संचालित होती थी। विभिन्न क्षेत्रों में प्रांतीय गवर्नर (वाली) नियुक्त किए जाते थे जो स्थानीय शासन और कर व्यवस्था देखते थे।
इस अध्याय से यह स्पष्ट होता है कि इस्लाम न केवल एक धर्म के रूप में, बल्कि एक सशक्त राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक शक्ति के रूप में भी उभरा। इस्लामी सभ्यता ने न केवल अपने साम्राज्य का विस्तार किया, बल्कि एक समृद्ध और बहुआयामी सांस्कृतिक धरोहर का निर्माण भी किया, जिसने मानव इतिहास को गहराई से प्रभावित किया।
शब्दार्थ (Word Meanings)
हिंदी शब्द | अर्थ (अंग्रेज़ी में) | व्याख्या / विस्तार |
---|---|---|
इस्लाम | Islam | एक एकेश्वरवादी धर्म जिसकी स्थापना पैगंबर मोहम्मद ने 7वीं शताब्दी में की। |
पैगंबर | Prophet | वह व्यक्ति जो ईश्वर का संदेश लोगों तक पहुँचाता है; इस्लाम में मोहम्मद साहब अंतिम पैगंबर माने जाते हैं। |
खलीफा | Caliph | इस्लामी साम्राज्य का धार्मिक और राजनीतिक प्रमुख; मोहम्मद साहब के उत्तराधिकारी। |
हिजरत | Hijrat (Migration) | 622 ई. में पैगंबर मोहम्मद का मक्का से मदीना जाना; इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत मानी जाती है। |
उम्मा | Ummah | पूरे इस्लामी समुदाय का बोध कराने वाला शब्द। |
उमय्यद वंश | Umayyad Dynasty | प्रथम इस्लामी राजवंश, जिसकी राजधानी दमिश्क (सीरिया) थी। |
अब्बासी वंश | Abbasid Dynasty | दूसरा प्रमुख इस्लामी वंश, जिसने बगदाद को राजधानी बनाकर शासन किया। |
सुन्नी | Sunni | इस्लाम का प्रमुख सम्प्रदाय, जो मानता है कि खलीफा का चुनाव समुदाय द्वारा होना चाहिए। |
शिया | Shia | इस्लाम का दूसरा प्रमुख सम्प्रदाय, जो मानता है कि खलीफा मोहम्मद साहब के वंशजों में से होना चाहिए। |
शरिया | Sharia | इस्लामिक कानून, जो कुरान, हदीस और इस्लामी परंपराओं पर आधारित होता है। |
जज़िया | Jizya | गैर-मुसलमानों से लिया जाने वाला कर, जो इस्लामी शासन के तहत सुरक्षा के बदले लिया जाता था। |
हदीस | Hadith | पैगंबर मोहम्मद साहब के कथन और कृत्य, जो इस्लामी जीवन के मार्गदर्शन के लिए उपयोग किए जाते हैं। |
कुरान | Quran | इस्लाम का पवित्र ग्रंथ, जिसे अल्लाह ने मोहम्मद साहब को वह्य (प्रकाशना) के माध्यम से दिया। |
बगदाद | Baghdad | अब्बासी वंश की राजधानी, जो इस्लामी स्वर्ण युग में ज्ञान और संस्कृति का केंद्र था। |
हाउस ऑफ विज़डम | House of Wisdom | बगदाद में स्थापित एक प्रमुख ज्ञान संस्थान, जहाँ विभिन्न भाषाओं के ग्रंथों का अनुवाद और अध्ययन होता था। |
जिहाद | Jihad | 'संघर्ष' या 'प्रयास' का अर्थ; इसका धार्मिक और आध्यात्मिक अर्थ होता है, लेकिन इसे युद्ध के संदर्भ में भी लिया गया। |
सूफी | Sufi | इस्लाम के भीतर एक आध्यात्मिक मार्ग अपनाने वाले लोग, जो प्रेम, ध्यान और सेवा पर बल देते हैं। |
सराय | Caravanserai | व्यापार मार्गों पर बने विश्रामगृह, जहाँ व्यापारी रुकते थे। |
वास्तुकला | Architecture | भवनों और ढाँचों की रचना; इस्लामी युग में मस्जिदें, महल और मदरसे प्रमुख उदाहरण हैं। |
मदरसा | Madrasa | इस्लामी धार्मिक विद्यालय, जहाँ कुरान, हदीस और अन्य विषय पढ़ाए जाते हैं। |
व्यापारी मार्ग | Trade Route | व्यापारियों द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले रास्ते, जैसे सिल्क रूट, जिससे इस्लामी संस्कृति फैली। |
माइंड मैप (Mind Map)
टाइमलाइन (Timeline)
वर्ष | घटना | विवरण |
---|---|---|
570 ई. | पैगंबर मोहम्मद का जन्म | मक्का (अरब) में कुरैश जनजाति में जन्म हुआ। यही इस्लाम धर्म के प्रवर्तक बने। |
610 ई. | पहली वह्य (प्रकाशना) | पैगंबर मोहम्मद को जिब्राईल फ़रिश्ते द्वारा पहला संदेश प्राप्त हुआ। इस्लाम धर्म की शुरुआत मानी जाती है। |
622 ई. | हिजरत – मक्का से मदीना की यात्रा | मोहम्मद साहब ने अपने अनुयायियों के साथ मक्का से मदीना प्रवास किया। इसी वर्ष को इस्लामी कैलेंडर (हिजरी) की शुरुआत माना जाता है। |
632 ई. | पैगंबर मोहम्मद की मृत्यु | इस्लामी समुदाय को एकजुट छोड़कर मोहम्मद साहब का देहांत हुआ। इसके बाद खिलाफत की परंपरा शुरू हुई। |
632–661 ई. | रशीदुन खलीफा काल (Rightly Guided Caliphs) | पहले चार खलीफाओं – अबू बक्र, उमर, उस्मान और अली – का शासन। इस्लामी साम्राज्य तेजी से फैला। |
661 ई. | अली की हत्या व उमय्यद वंश की स्थापना | अली की हत्या के बाद मुआविया ने दमिश्क को राजधानी बनाकर उमय्यद वंश की नींव रखी। |
661–750 ई. | उमय्यद वंश का शासन | इस्लामी साम्राज्य स्पेन से भारत तक फैला। यह एक राजशाही प्रणाली थी। |
750 ई. | अब्बासी वंश की स्थापना | उमय्यद वंश को हटा कर अब्बासी वंश ने बगदाद को राजधानी बनाकर शासन शुरू किया। |
762 ई. | बगदाद की स्थापना | अब्बासी खलीफा अल-मंसूर ने बगदाद को इस्लामी दुनिया की राजधानी बनाया। यह ज्ञान और संस्कृति का केंद्र बन गया। |
8वीं–13वीं सदी | इस्लामी स्वर्ण युग | विज्ञान, गणित, ज्योतिष, चिकित्सा, दर्शन, साहित्य, और कला के क्षेत्र में अपार प्रगति हुई। |
1258 ई. | मंगोल आक्रमण व बगदाद का विनाश | मंगोलों ने अब्बासी राजधानी बगदाद को नष्ट कर दिया। इस घटना से अब्बासी साम्राज्य का पतन शुरू हुआ। |
मैप वर्क (Map Work)
📍 पढ़ाते समय दिखाए जाने वाले मुख्य स्थान (Map Points)
स्थान का नाम | वर्तमान देश | महत्त्व |
---|---|---|
मक्का (Mecca) | सऊदी अरब | पैगंबर मोहम्मद का जन्म स्थान; इस्लाम का पवित्र नगर |
मदीना (Medina) | सऊदी अरब | हिजरत के बाद इस्लामी समुदाय की पहली राजधानी |
दमिश्क (Damascus) | सीरिया | उमय्यद वंश की राजधानी |
बगदाद (Baghdad) | इराक | अब्बासी वंश की राजधानी; इस्लामी स्वर्ण युग का केंद्र |
यरूशलेम (Jerusalem) | इजराइल/फिलिस्तीन | इस्लाम, ईसाई और यहूदी धर्मों का पवित्र नगर |
काइरो (Cairo) | मिस्र | इस्लामी शिक्षा व व्यापार का प्रमुख केंद्र |
कॉर्डोबा (Cordoba) | स्पेन | उमय्यद शासन के अंतर्गत यूरोप का प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र |
समरकंद (Samarkand) | उज्बेकिस्तान | व्यापार और इस्लामी संस्कृति का केंद्र |
नाइशापुर (Nishapur) | ईरान | अब्बासी युग में ज्ञान का केंद्र |
बसरा (Basra) | इराक | इस्लामी व्यापारिक बंदरगाह और सांस्कृतिक केंद्र |
सिल्क रूट (Silk Route) – चीन से होते हुए समरकंद, बगदाद, दमिश्क और अंत में यूरोप तक।
रेगिस्तानी कारवां मार्ग – अरब के रेगिस्तान से होकर मक्का-मदीना से अफ्रीका और भारत तक।
समुद्री मार्ग – बसरा और काइरो से होते हुए भारत, श्रीलंका और चीन तक व्यापारिक संबंध।
📌 नक्शा दिखाते समय शिक्षक यह करें
रंगों द्वारा वंशों का विभाजन करें (उमय्यद = नीला, अब्बासी = हरा)।
तीर चिह्नों से व्यापार मार्ग दर्शाएं।
घटनाओं के वर्ष स्थानों के पास लिखें (जैसे: 762 ई.– बगदाद की स्थापना)।
प्रमुख सांस्कृतिक केंद्रों को चिह्नित करें (⭐ या 🏛️ प्रतीक के साथ)।
विद्यार्थियों को मानचित्र पर स्थान पहचानने का अभ्यास कराएं।
छात्रों को इस्लामी इतिहास को भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में समझाना।
ऐतिहासिक घटनाओं और सांस्कृतिक विकास का स्थानों से संबंध स्थापित कराना।
दृश्यात्मक शिक्षण से समझ बढ़ाना और रुचि विकसित करना।
मैप प्रैक्टिस (Map Practice)
🗺️ प्रश्न 1. निम्नलिखित स्थानों को विश्व के नक्शे में पहचानिए और चिह्नित कीजिए
मक्का
मदीना
बगदाद
दमिश्क
यरूशलेम
काइरो
बसरा
कॉर्डोबा
समरकंद
नाइशापुर
एक-एक स्थान को उचित वर्णाक्षर (A, B, C…) से चिह्नित करें।
नक्शे के नीचे Key या Legend में उस वर्णाक्षर का पूरा नाम और महत्त्व लिखें।
🛤️ प्रश्न 2. निम्नलिखित ऐतिहासिक व्यापारिक मार्गों को नक्शे पर रेखांकित करें
मार्ग का नाम | दिशा और मार्ग | विशेषता |
---|---|---|
सिल्क रूट (Silk Route) | चीन → समरकंद → बगदाद → दमिश्क → यूरोप | एशिया-यूरोप व्यापार का प्रमुख मार्ग |
अरब रेगिस्तानी मार्ग | मक्का/मदीना → बसरा → काइरो → अफ्रीका | इस्लामी तीर्थ और व्यापारिक मार्ग |
समुद्री मार्ग | बसरा/काइरो → भारत → दक्षिण-पूर्व एशिया | समुद्री व्यापार का विस्तार |
भिन्न-भिन्न रंगों से मार्ग रेखांकित करें (उदा: लाल = Silk Route)।
प्रत्येक मार्ग के किनारे तीर चिह्न लगाकर दिशा बताएं।
🕌 प्रश्न 3. निम्नलिखित सांस्कृतिक/धार्मिक केंद्रों को दर्शाइए और चिह्नित करें
हाउस ऑफ विज़डम (बगदाद)
उमय्यद मस्जिद (दमिश्क)
अल-अजहर विश्वविद्यालय (काइरो)
कॉर्डोबा की ग्रेट मस्जिद
इन केंद्रों को ⭐ या 🕌 प्रतीक से दर्शाएं।
पास में नाम और स्थापना वर्ष लिखें।
📖 प्रश्न 4. खाली स्थान भरें (Fill in the Blanks)
__________ को इस्लामी साम्राज्य की पहली राजधानी माना जाता है।
हिजरत की घटना _________ (वर्ष) में घटी।
___________ शहर अब्बासी खलीफा अल-मंसूर द्वारा बसाया गया था।
सिल्क रूट ________ से _________ तक फैला था।
मंगोलों द्वारा बगदाद का विनाश _________ ई. में हुआ।
🎯 उद्देश्य (Learning Outcomes)
छात्र ऐतिहासिक स्थानों को भौगोलिक रूप से पहचान सकें।
व्यापारिक, धार्मिक और सांस्कृतिक मार्गों की समझ विकसित करें।
ऐतिहासिक घटनाओं को कालक्रमानुसार स्थानों से जोड़ सकें।
दृश्यात्मक स्मरण शक्ति (visual memory) बेहतर हो।
वैकल्पिक प्रश्न (MCQs) – उत्तर सहित व्याख्या
प्रश्न 1. इस्लाम धर्म की स्थापना किसने की थी?
A. ईसा मसीह
B. पैगंबर मोहम्मद
C. मुआविया
D. उमर✅ सही उत्तर: B). पैगंबर मोहम्मद
📝 व्याख्या: इस्लाम धर्म की स्थापना 7वीं शताब्दी में पैगंबर मोहम्मद ने मक्का (अरब) में की थी। उन्हें ईश्वर का अंतिम पैगंबर माना जाता है और उन्होंने कुरान के माध्यम से लोगों को अल्लाह का संदेश दिया।प्रश्न 2. ‘हिजरत’ शब्द का क्या अर्थ है?
A. युद्ध
B. पूजा
C. प्रवास
D. विजय✅ सही उत्तर: C). प्रवास
📝 व्याख्या: हिजरत का अर्थ है प्रवास। 622 ई. में पैगंबर मोहम्मद ने मक्का से मदीना की यात्रा की थी, जिसे हिजरत कहा जाता है। इस घटना को इस्लामी पंचांग की शुरुआत माना जाता है।प्रश्न 3. रशीदुन खलीफाओं में कौन सम्मिलित नहीं था?
A. अबू बक्र
B. उमर
C. मुआविया
D. अली✅ सही उत्तर: C). मुआविया
📝 व्याख्या: रशीदुन खलीफाओं में चार प्रमुख खलीफा – अबू बक्र, उमर, उस्मान और अली – थे। मुआविया ने बाद में उमय्यद वंश की स्थापना की, जो रशीदुन खलीफाओं की परंपरा से अलग था।प्रश्न 4. अब्बासी वंश ने किस शहर को अपनी राजधानी बनाया?
A. मक्का
B. दमिश्क
C. बगदाद
D. काइरो✅ सही उत्तर: C). बगदाद
📝 व्याख्या: अब्बासी वंश ने 750 ई. में उमय्यद वंश को हराकर सत्ता प्राप्त की और 762 ई. में खलीफा अल-मंसूर ने बगदाद को राजधानी बनाया। यह शहर ज्ञान, संस्कृति और विज्ञान का प्रमुख केंद्र बना।प्रश्न 5. इस्लामी स्वर्ण युग मुख्यतः किस काल में हुआ?
A. 5वीं–6वीं शताब्दी
B. 8वीं–13वीं शताब्दी
C. 13वीं–16वीं शताब्दी
D. 16वीं–18वीं शताब्दी✅ सही उत्तर: B). 8वीं–13वीं शताब्दी
📝 व्याख्या: इस्लामी स्वर्ण युग 8वीं से 13वीं शताब्दी के बीच माना जाता है, जब विज्ञान, गणित, खगोल, दर्शन, साहित्य, चिकित्सा आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई और बगदाद का हाउस ऑफ विज़डम प्रसिद्ध हुआ।प्रश्न 6. किसने उमय्यद वंश की स्थापना की थी?
A. अली
B. मुआविया
C. उमर
D. अबू बक्र✅ सही उत्तर: B). मुआविया
📝 व्याख्या: अली की मृत्यु के बाद मुआविया ने 661 ई. में उमय्यद वंश की स्थापना की और दमिश्क को राजधानी बनाया। यह इस्लाम का पहला राजवंशीय शासन था।प्रश्न 7. जज़िया कर किससे लिया जाता था?
A. मुस्लिमों से
B. गैर-मुस्लिमों से
C. व्यापारी से
D. सैनिकों से✅ सही उत्तर: B). गैर-मुस्लिमों से
📝 व्याख्या: इस्लामी शासन में जज़िया एक कर था जो गैर-मुस्लिमों से लिया जाता था, बदले में उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता और राज्य की सुरक्षा प्राप्त होती थी।प्रश्न 8. हाउस ऑफ विज़डम कहाँ स्थित था?
A. दमिश्क
B. मक्का
C. काइरो
D. बगदाद✅ सही उत्तर: D). बगदाद
📝 व्याख्या: हाउस ऑफ विज़डम बगदाद में स्थित एक महान ज्ञान संस्थान था, जहाँ यूनानी, भारतीय, फारसी ग्रंथों का अरबी में अनुवाद होता था और ज्ञान-विज्ञान का प्रसार होता था।प्रश्न 9. इस्लाम का पवित्र ग्रंथ कौन-सा है?
A. बाइबल
B. गीता
C. कुरान
D. त्रिपिटक✅ सही उत्तर: C). कुरान
📝 व्याख्या: कुरान इस्लाम का पवित्र ग्रंथ है, जिसे मोहम्मद साहब को जिब्राईल फ़रिश्ते द्वारा वह्य (प्रकाशना) के रूप में प्राप्त हुआ।प्रश्न 10: इस्लाम के दो प्रमुख सम्प्रदाय कौन-से हैं?
A. हिन्दू और बौद्ध
B. शिया और सुन्नी
C. कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट
D. जैन और बौद्ध✅ सही उत्तर: B). शिया और सुन्नी
📝 व्याख्या: इस्लाम के दो प्रमुख सम्प्रदाय शिया और सुन्नी हैं। सुन्नी मानते हैं कि खलीफा का चुनाव समुदाय द्वारा होना चाहिए, जबकि शिया मानते हैं कि खलीफा पैगंबर मोहम्मद के वंशज होने चाहिए।
लघु उत्तरीय प्रश्न (60–80 शब्दों में)
1. इस्लाम धर्म की उत्पत्ति कब और कहाँ हुई?
उत्तर – इस्लाम धर्म की उत्पत्ति 7वीं शताब्दी में मक्का (अब सऊदी अरब) में हुई। इसे पैगंबर मोहम्मद साहब ने स्थापित किया। पैगंबर मोहम्मद को अल्लाह ने अपना संदेश दिया, जिसे उन्होंने कुरान के रूप में लोगों तक पहुँचाया। इस धर्म में एकेश्वरवाद पर जोर दिया गया है, जिसमें सिर्फ एक ईश्वर अल्लाह की पूजा की जाती है।
2. हिजरत क्या है?
उत्तर – हिजरत वह घटना है जब 622 ई. में पैगंबर मोहम्मद और उनके अनुयायी मक्का से मदीना (तब यथून) प्रवासित हुए। इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत इसी वर्ष से मानी जाती है। हिजरत का महत्व इस्लाम में अत्यधिक है, क्योंकि इससे इस्लामिक साम्राज्य का विस्तार हुआ और मदीना में मुस्लिमों को धार्मिक स्वतंत्रता मिली।
3. रशीदुन खलीफा कौन थे?
उत्तर – रशीदुन खलीफा चार प्रमुख खलीफा थे, जिन्होंने पैगंबर मोहम्मद के निधन के बाद इस्लामी साम्राज्य की नेतृत्व किया। ये थे अबू बक्र, उमर, उस्मान और अली। इन्हें ‘सही मार्ग पर चलने वाले खलीफा’ माना जाता है। इनके शासनकाल में इस्लामी साम्राज्य बहुत तेजी से फैल गया और इस्लाम धर्म ने व्यापक रूप से विस्तार किया।
4. उमय्यद वंश की स्थापना के बाद क्या परिवर्तन हुए?
उत्तर – उमय्यद वंश की स्थापना 661 ई. में मुआविया ने की थी, जो पहले एक गवर्नर थे। उन्होंने दमिश्क को अपनी राजधानी बनाई और इस्लामी साम्राज्य को स्पेन से भारत तक फैलाया। यह वंश एक राजशाही व्यवस्था के तहत संचालित था, जिसमें खलीफा का पद वंशानुगत होता था। यह व्यवस्था रशीदुन खलीफाओं की लोकतांत्रिक पद्धति से अलग थी।
5. अब्बासी वंश ने बगदाद को क्यों अपनी राजधानी बनाई?
उत्तर – अब्बासी वंश ने 750 ई. में उमय्यद वंश को हराकर बगदाद को अपनी राजधानी बनाई। अब्बासी खलीफा अल-मंसूर ने बगदाद को ज्ञान और संस्कृति का केंद्र बनाया। बगदाद में ‘हाउस ऑफ विज़डम’ जैसी प्रमुख संस्थाएं स्थापित हुईं, जहाँ वैज्ञानिक, गणितज्ञ और दार्शनिकों ने कार्य किया। यह स्थान इस्लामी स्वर्ण युग का मुख्य केंद्र बना।
6. इस्लामी स्वर्ण युग क्या है?
उत्तर – इस्लामी स्वर्ण युग 8वीं से 13वीं शताब्दी तक माना जाता है, जब इस्लामी साम्राज्य में विज्ञान, गणित, चिकित्सा, खगोलशास्त्र और कला के क्षेत्र में अपार प्रगति हुई। इस युग में बगदाद, काइरो और कोर्डोबा जैसे शहरों में ज्ञान का प्रसार हुआ। यह युग कई महान वैज्ञानिकों और दार्शनिकों का गवाह बना, जिन्होंने दुनिया को महत्वपूर्ण योगदान दिया।
7. मंगोलों के आक्रमण ने इस्लामी साम्राज्य को कैसे प्रभावित किया?
उत्तर – 1258 ई. में मंगोलों ने बगदाद पर आक्रमण किया और अब्बासी साम्राज्य की राजधानी बगदाद को नष्ट कर दिया। इसके परिणामस्वरूप इस्लामी स्वर्ण युग का अंत हुआ और अब्बासी साम्राज्य का पतन शुरू हुआ। इस आक्रमण ने इस्लामी दुनिया में भयंकर राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता पैदा की, जिससे साम्राज्य की शक्ति कमजोर पड़ी।
8. शरिया क्या है?
उत्तर – शरिया इस्लामी कानून का एक संहिता है, जो कुरान, हदीस (पैगंबर मोहम्मद के कथन), और इस्लामी परंपराओं पर आधारित होती है। शरिया का उद्देश्य मुसलमानों को एक नैतिक और धार्मिक जीवन जीने के लिए दिशा-निर्देश देना है। इसमें व्यक्तिगत आस्थाओं से लेकर सामाजिक, व्यापारिक और दंडात्मक कानून शामिल होते हैं।
9. जज़िया कर क्या था और किससे लिया जाता था?
उत्तर – जज़िया एक प्रकार का कर था, जो इस्लामी शासन में गैर-मुसलमानों से लिया जाता था। यह कर उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा प्रदान करने के बदले लिया जाता था। इस कर की व्यवस्था उमय्यद और अब्बासी काल में थी, और यह गैर-मुसलमानों को विशेषाधिकार प्रदान करता था। जज़िया कर के माध्यम से राज्य का वित्तीय योगदान सुनिश्चित होता था।
10. सूफी क्या होते थे और उनका योगदान क्या था?
उत्तर – सूफी इस्लाम के भीतर एक आध्यात्मिक मार्ग अपनाने वाले लोग होते थे। वे प्रेम, ध्यान और सेवा पर बल देते थे और सामाजिक सुधारों के पक्षधर थे। सूफियों ने इस्लाम को आम जनता के बीच फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी शिक्षाएँ धर्म और समाज के बीच एक सेतु का कार्य करती थीं, और उन्होंने इस्लाम के सहिष्णु और प्रेमपूर्ण पहलू को बढ़ावा दिया।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (140–180 शब्दों में)
1. इस्लाम धर्म के उदय की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का वर्णन कीजिए।
उत्तर – इस्लाम धर्म का उदय 7वीं शताब्दी में अरब के मक्का नगर में हुआ। उस समय अरब समाज कबीलाई झगड़ों, मूर्तिपूजा, और सामाजिक असमानताओं से ग्रस्त था। पैगंबर मोहम्मद का जन्म 570 ई. में मक्का में हुआ। 610 ई. में उन्हें अल्लाह का पहला संदेश जिब्राईल फ़रिश्ते द्वारा प्राप्त हुआ, जिससे इस्लाम धर्म की नींव पड़ी। उन्होंने एकेश्वरवाद का संदेश दिया और सामाजिक न्याय, समानता, और करुणा की बातें कीं। उन्होंने मक्का के लोगों को इन सन्देशों से जागरूक किया, परंतु उनका विरोध हुआ। इसके बाद 622 ई. में उन्होंने मदीना की ओर हिजरत की, जहाँ इस्लाम ने सामाजिक और राजनीतिक रूप में मजबूती पाई। मदीना में एक संगठित मुस्लिम समुदाय बना और इस्लामी राज्य की शुरुआत हुई। इस्लाम का यह आरंभिक काल धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण था।
2. रशीदुन और उमय्यद खलीफाओं के शासन की विशेषताओं की तुलना कीजिए।
उत्तर – रशीदुन खलीफा (632–661 ई.) चार पहले खलीफा – अबू बक्र, उमर, उस्मान और अली थे। इनका शासन लोकतांत्रिक था और इन्हें शूरा (सलाहकार मंडल) द्वारा चुना गया था। इन्होंने इस्लामी सिद्धांतों पर आधारित शासन चलाया और इस्लाम का शांतिपूर्वक प्रसार किया। वहीं, उमय्यद वंश (661–750 ई.) ने वंशानुगत राजशाही की शुरुआत की, जिसकी स्थापना मुआविया ने अली की हत्या के बाद की थी। उन्होंने दमिश्क को राजधानी बनाया और साम्राज्य को स्पेन से सिंध तक फैला दिया। उमय्यद खलीफाओं ने प्रशासनिक और सैन्य संगठन को मज़बूत किया, परंतु वंशवादी शासन और गैर-अरब मुस्लिमों के साथ भेदभाव के कारण असंतोष बढ़ा। जहाँ रशीदुन शासन धार्मिकता और सादगी के लिए जाना जाता है, वहीं उमय्यद शासन राजसी वैभव और विस्तारवाद के लिए प्रसिद्ध है। दोनों ही शासनों ने इस्लाम के राजनीतिक विकास में अहम भूमिका निभाई।
3. अब्बासी वंश के शासनकाल में इस्लामी स्वर्ण युग की प्रमुख उपलब्धियाँ बताइए।
उत्तर – अब्बासी वंश (750–1258 ई.) ने बगदाद को राजधानी बनाकर इस्लामी संस्कृति और ज्ञान के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अब्बासी खलीफा अल-मंसूर ने बगदाद में ‘हाउस ऑफ विज़डम’ की स्थापना की, जो विज्ञान, गणित, खगोलशास्त्र, चिकित्सा और दर्शन का केंद्र बना। इस समय अरबी भाषा में अनेक यूनानी, फारसी और भारतीय ग्रंथों का अनुवाद हुआ। अल-ख्वारिज़्मी ने बीजगणित (Algebra) का विकास किया, इब्न सीना ने चिकित्सा विज्ञान पर महत्वपूर्ण कार्य किया, और इब्न हयथम ने प्रकाश विज्ञान में योगदान दिया। इस युग में कला, स्थापत्य और साहित्य का भी विकास हुआ। बगदाद, काइरो और कोर्डोबा जैसे नगरों ने इस्लामी संस्कृति के वैश्विक केंद्र के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त की। इस काल को ‘इस्लामी स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि यह ज्ञान, संस्कृति और विज्ञान के विकास का शिखर था।
4. मंगोल आक्रमण और बगदाद के पतन का इस्लामी समाज पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर – 1258 ई. में मंगोलों ने हलाकू खान के नेतृत्व में बगदाद पर आक्रमण किया और उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया। यह आक्रमण अब्बासी साम्राज्य के अंत की शुरुआत थी। बगदाद, जो एक समय में इस्लामी दुनिया का सांस्कृतिक और वैज्ञानिक केंद्र था, बर्बादी के कगार पर पहुँच गया। ‘हाउस ऑफ विज़डम’ और अन्य शिक्षण संस्थान नष्ट हो गए, जिससे इस्लामी ज्ञान परंपरा को भारी क्षति हुई। लाखों लोग मारे गए और खलीफा की हत्या कर दी गई। इससे इस्लामी समाज में राजनीतिक अस्थिरता, सांस्कृतिक क्षरण और बौद्धिक पतन शुरू हुआ। साम्राज्य छोटे-छोटे भागों में बँट गया और केंद्रिय सत्ता समाप्त हो गई। मंगोल आक्रमण इस्लामी स्वर्ण युग का अंत लेकर आया और आने वाले वर्षों में मुस्लिम समाज को पुनः संगठित होने में लंबा समय लगा।
5. इस्लामी समाज के धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक जीवन की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर – इस्लामी समाज का धार्मिक जीवन पूर्णतः एकेश्वरवाद पर आधारित था। मुस्लिम लोग अल्लाह को सर्वशक्तिमान मानते थे और पाँच प्रमुख कर्तव्यों (पंच स्तंभों) – शहादा (आस्था), सलात (नमाज़), ज़कात (दान), सियाम (रोज़ा), हज (तीर्थयात्रा) – का पालन करते थे। सामाजिक दृष्टि से इस्लाम समानता, भाईचारा और करुणा का संदेश देता था। सभी मुसलमानों को जाति, रंग और नस्ल से ऊपर उठकर एक समान माना गया। महिलाएँ भी अधिकारों की दृष्टि से पुरुषों के समान मानी गईं, हालांकि व्यवहार में विभिन्न क्षेत्रों में भिन्नता देखी गई।
सांस्कृतिक जीवन अत्यंत समृद्ध था। साहित्य में अरबी और फारसी भाषा का विकास हुआ। वास्तुकला में मस्जिदें, मीनारें, महल और मदरसे प्रमुख थे। सुलेख (Calligraphy) और जिओमेट्रिक डिज़ाइनों का व्यापक उपयोग होता था क्योंकि इस्लाम में मूर्तिपूजा निषेध थी। संगीत और कविता का भी सीमित, लेकिन विशिष्ट स्थान था। इस्लामी समाज ने विज्ञान, गणित, चिकित्सा और दर्शन में वैश्विक योगदान देकर अपने सांस्कृतिक उत्कर्ष को सिद्ध किया।
रिवीजन शीट (Revision Sheet)
✅ मुख्य बिंदु (Key Points)
इस्लाम का उदय
पैगंबर मोहम्मद द्वारा 7वीं शताब्दी में मक्का (अरब) में इस्लाम धर्म की स्थापना।
एकेश्वरवाद, सामाजिक समानता, और नैतिक आचरण पर आधारित धर्म।
हिजरत (622 ई.)
मोहम्मद साहब का मक्का से मदीना जाना – इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत।
उम्मा (इस्लामी समुदाय) की स्थापना।
खिलाफत काल
रशीदुन खलीफा (632–661): चार ‘सही मार्गदर्शक’ खलीफाओं का काल।
उमय्यद वंश (661–750): राजधानी – दमिश्क।
अब्बासी वंश (750–1258): राजधानी – बगदाद।
शासन और प्रशासन
खलीफा: धार्मिक और राजनीतिक प्रमुख।
प्रांतीय गवर्नर (वाली), कर संग्रह प्रणाली, जज़िया कर, शरिया कानून का पालन।
धार्मिक विभाजन
सुन्नी और शिया: खलीफा के चुनाव को लेकर मतभेद।
सुन्नी बहुसंख्यक; शिया अल्पसंख्यक।
सांस्कृतिक योगदान
House of Wisdom (बगदाद): ज्ञान का केंद्र।
विज्ञान, गणित, चिकित्सा, साहित्य, कला, वास्तुकला में योगदान।
मदरसे, पुस्तकालय, और सुलेखकला का विकास।
व्यापार और संपर्क
सिल्क रूट और अन्य व्यापार मार्गों से यूरोप, अफ्रीका और एशिया से जुड़ाव।
व्यापार, संस्कृति, और धर्म का प्रसार।
पतन
मंगोलों द्वारा 1258 ई. में बगदाद का विनाश।
अब्बासी साम्राज्य का अंत।
🧠 महत्वपूर्ण शब्दार्थ (Key Terms)
खलीफा – इस्लामिक साम्राज्य का प्रमुख
उमय्यद/अब्बासी वंश – प्रमुख मुस्लिम राजवंश
हिजरत – मक्का से मदीना प्रवास
शरिया – इस्लामी कानून
जज़िया – गैर-मुसलमानों से लिया गया कर
हाउस ऑफ विज़डम – बगदाद स्थित ज्ञान संस्थान
📅 महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)
वर्ष | घटना |
---|---|
570 ई. | पैगंबर मोहम्मद का जन्म |
610 ई. | पहली वह्य प्राप्त |
622 ई. | हिजरत – मक्का से मदीना |
632 ई. | पैगंबर की मृत्यु; खिलाफत की शुरुआत |
661 ई. | अली की मृत्यु; उमय्यद वंश की स्थापना |
750 ई. | अब्बासी वंश की स्थापना |
1258 ई. | मंगोलों द्वारा बगदाद का विनाश |
प्रमुख तिथियाँ और शासकों के नाम याद रखें।
सुन्नी-शिया मतभेद का कारण समझें।
इस्लामी संस्कृति और योगदान के क्षेत्र याद करें (जैसे: House of Wisdom)।
शासन प्रणाली और कर व्यवस्था को चार्ट या मैप द्वारा समझें।
मैप में बगदाद, मक्का, मदीना, दमिश्क, कॉर्डोबा, कैरो, और व्यापार मार्ग चिह्नित करें।
📌 परीक्षा में बार-बार पूछे जाने वाले विषय
इस्लामी साम्राज्य का प्रशासन
उमय्यद और अब्बासी वंश की तुलना
हिजरत का महत्व
इस्लामी स्वर्ण युग में वैज्ञानिक योगदान
सुन्नी और शिया मतभेद
वर्कशीट (Worksheet) - Test (मध्य इस्लामी क्षेत्र)
🔹 A. रिक्त स्थान भरिए (Fill in the Blanks)
पैगंबर मोहम्मद का जन्म __________ शहर में हुआ था।
इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत __________ घटना से मानी जाती है।
उमय्यद वंश ने __________ शहर को राजधानी बनाया।
अब्बासी खलीफा अल-मंसूर ने __________ शहर की स्थापना की।
मंगोलों ने 1258 ई. में __________ को नष्ट कर दिया।
🔹 B. सही जोड़ी बनाइए (Match the Following)
कॉलम A | कॉलम B |
---|---|
1. अबू बक्र | A. प्रथम रशीदुन खलीफा |
2. मक्का | B. पैगंबर मोहम्मद का जन्मस्थान |
3. बगदाद | C. अब्बासी राजधानी |
4. मुआविया | D. उमय्यद वंश का संस्थापक |
5. हिजरत | E. मक्का से मदीना प्रवास |
🔹 C. बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत किस वर्ष से मानी जाती है?
a) 570 ई.
b) 610 ई.
c) 622 ई.
d) 632 ई.अब्बासी वंश की राजधानी थी –
a) दमिश्क
b) काहिरा
c) बगदाद
d) मक्काखलीफा किस प्रकार का नेता होता था?
a) केवल धार्मिक
b) केवल राजनीतिक
c) धार्मिक और राजनीतिक दोनों
d) सैन्यइस्लामी स्वर्ण युग में सबसे प्रसिद्ध पुस्तकालय कौन-सा था?
a) हाउस ऑफ नॉलेज
b) हाउस ऑफ विज़डम
c) मदरसा ए अकबरिया
d) दारुल हिकमतसुन्नी और शिया मतभेद किस विषय पर आधारित था?
a) धार्मिक ग्रंथ
b) पैगंबर की शिक्षाएँ
c) खलीफा के उत्तराधिकारी को लेकर
d) नमाज पढ़ने के तरीके
🔹 D. लघु उत्तरीय प्रश्न (40–60 शब्दों में उत्तर दीजिए)
हिजरत क्या थी और इसका इस्लामी इतिहास में क्या महत्व है?
उमय्यद और अब्बासी वंशों की प्रशासनिक विशेषताओं की तुलना कीजिए।
इस्लामी स्वर्ण युग में विज्ञान और शिक्षा का विकास कैसे हुआ?
🔹 E. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (120–150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
‘अब्बासी वंश ने इस्लामी संस्कृति और ज्ञान के क्षेत्र में अत्यधिक योगदान दिया।’ स्पष्ट कीजिए।
सुन्नी और शिया समुदायों के बीच मतभेदों के प्रमुख कारणों और उनके प्रभावों का वर्णन कीजिए।
🔹 F. मानचित्र कार्य (Map Work)
नक्शे में निम्नलिखित स्थलों को पहचान कर नाम लिखिए और उन्हें रंग द्वारा चिह्नित कीजिए –
मक्का
मदीना
बगदाद
दमिश्क
कॉर्डोबा
इस्लामी साम्राज्य की सीमाएँ (750 ई.)
आपकी राय क्या है?
क्या आप भी मानते हैं कि कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता?
क्या आपने भी कभी अपनी गलतियों से कुछ सीखा है जो आपको और मजबूत बना गया?
👇 कमेंट में जरूर बताएं !