सारांश (Summary)
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संविधान सभा का गठन (1946)
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संविधान सभा का गठन 1946 में कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत किया गया।
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इसमें कुल 389 सदस्य चुने गए थे, लेकिन विभाजन के बाद यह संख्या घटकर 299 रह गई।
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सभा में प्रांतों और रियासतों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
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पहली बैठक और उद्देश्य प्रस्ताव (1946)
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संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसम्बर 1946 को हुई।
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डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को अध्यक्ष चुना गया।
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13 दिसम्बर 1946 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने “उद्देश्य प्रस्ताव” (Objective Resolution) प्रस्तुत किया, जिसमें स्वतंत्र भारत के आदर्श – लोकतंत्र, समानता, न्याय और स्वतंत्रता – व्यक्त किए गए।
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संविधान निर्माण की प्रक्रिया
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संविधान निर्माण में लगभग 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन लगे।
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इसमें कुल 11 सत्र और 165 दिन की बैठकें हुईं।
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संविधान सभा ने प्रत्येक मुद्दे पर खुलकर बहस की और विभिन्न विचारों को स्वीकार/अस्वीकार कर सहमति बनाई।
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प्रारूप समिति (Drafting Committee)
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29 अगस्त 1947 को प्रारूप समिति का गठन हुआ।
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इसके अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे।
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इस समिति ने संविधान का मसौदा तैयार किया, जिसे बहस और संशोधनों के बाद अंतिम रूप दिया गया।
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संविधान के प्रमुख मुद्दों पर बहस
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मौलिक अधिकार नागरिकों को स्वतंत्रता, समानता और न्याय सुनिश्चित करने के लिए अधिकार दिए गए।
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धर्मनिरपेक्षता: सभी धर्मों को समान दृष्टि से देखने का सिद्धांत अपनाया गया।
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संघात्मक ढांचा (Federalism): केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का विभाजन किया गया।
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भाषा नीति: हिंदी को राजभाषा और अंग्रेज़ी को सहायक भाषा घोषित किया गया।
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अल्पसंख्यक अधिकार: सामाजिक और धार्मिक अल्पसंख्यकों को विशेष संरक्षण प्रदान किया गया।
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विभिन्न विचारधाराओं का समन्वय
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संविधान सभा में उदारवादी, समाजवादी, गांधीवादी और परंपरावादी नेताओं के अलग-अलग विचार थे।
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इन मतभेदों को संतुलित कर एक सर्वमान्य संविधान तैयार किया गया।
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संविधान का अंगीकरण और लागू होना
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संविधान को 26 नवम्बर 1949 को अंगीकार (Adopt) किया गया।
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इसे 26 जनवरी 1950 से लागू किया गया, ताकि इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जा सके।
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संविधान की विशेषताएँ
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यह दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है।
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इसमें लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और समानता के सिद्धांत शामिल हैं।
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यह नागरिकों को मौलिक अधिकार और सरकार को जिम्मेदारियाँ देता है।
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संविधान सभा के योगदान
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डॉ. अंबेडकर: संविधान के मुख्य शिल्पकार, सामाजिक न्याय पर बल।
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जवाहरलाल नेहरू: उद्देश्य प्रस्ताव और आधुनिक लोकतांत्रिक दृष्टि।
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सरदार पटेल: एकता और संघीय ढांचे की नींव।
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मौलाना आज़ाद व अन्य: सांस्कृतिक व धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी।
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नये युग की शुरुआत
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संविधान के लागू होने से भारत में लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना हुई।
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सभी नागरिकों को समान अधिकार और अवसर मिले।
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यह भारतीय समाज को आधुनिक, प्रगतिशील और न्यायपूर्ण बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम था।
शब्दार्थ (Word Meaning)
शब्द / वाक्यांश | अर्थ और विवरण |
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संविधान (Constitution) | किसी देश के शासन; अधिकार और कर्तव्यों का सर्वोच्च कानून। यह तय करता है कि सरकार और नागरिकों के अधिकार एवं कर्तव्य क्या होंगे। |
संविधान सभा (Constituent Assembly) | वह प्रतिनिधि संस्था जिसे स्वतंत्र भारत के संविधान के निर्माण हेतु गठित किया गया। इसमें विभिन्न राज्यों और रियासतों के प्रतिनिधि शामिल थे। |
उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution) | यह प्रस्ताव जवाहरलाल नेहरू द्वारा संविधान सभा में 13 दिसंबर 1946 को पेश किया गया। इसमें स्वतंत्र भारत के लोकतंत्र; समानता; न्याय और धर्मनिरपेक्षता के आदर्श बताए गए। |
प्रारूप समिति (Drafting Committee) | संविधान का प्रारूप (मसौदा) तैयार करने वाली समिति। इसके अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे। समिति ने संविधान का मसौदा तैयार कर संविधान सभा को प्रस्तुत किया। |
मौलिक अधिकार (Fundamental Rights) | संविधान में दिए गए नागरिकों के अधिकार। जैसे स्वतंत्रता; समानता; शिक्षा का अधिकार। ये अधिकार सरकार को नियंत्रित करते हैं और नागरिकों की सुरक्षा करते हैं। |
धर्मनिरपेक्षता (Secularism) | सभी धर्मों को समान दृष्टि से देखने का सिद्धांत। इसमें सरकार किसी भी धर्म के पक्ष में या विरोध में नहीं रहती। |
संघात्मक ढांचा (Federalism) | भारत जैसे बड़े देश में केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का वितरण। इससे यह सुनिश्चित होता है कि केंद्र और राज्य दोनों अपने अधिकारों का पालन करें। |
अल्पसंख्यक अधिकार (Minority Rights) | समाज में धार्मिक; भाषाई या सांस्कृतिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा। संविधान इन्हें विशेष सुरक्षा देता है। |
मसौदा (Draft) | किसी कानून या दस्तावेज का प्रारंभिक रूप। संविधान का मसौदा प्रारूप समिति ने तैयार किया और संविधान सभा में प्रस्तुत किया। |
अंगीकरण (Adoption / Enactment) | किसी दस्तावेज; कानून या नीति को औपचारिक रूप से स्वीकार करना। संविधान को 26 नवम्बर 1949 को अंगीकृत किया गया। |
गणतंत्र (Republic) | ऐसा शासन जहाँ राज्य का प्रमुख (राष्ट्रपति) निर्वाचित हो और शक्ति संविधान द्वारा सीमित हो। भारत 26 जनवरी 1950 से गणतंत्र बना। |
सहमतिपूर्ण बहस (Deliberation / Consensus) | किसी मुद्दे पर प्रतिनिधियों के बीच विचार-विमर्श करना और सामूहिक सहमति बनाना। संविधान सभा में प्रत्येक मुद्दे पर बहस हुई। |
सर्वसमावेशी (Inclusive) | सभी वर्गों और समुदायों को शामिल करने वाला। संविधान तैयार करते समय विभिन्न धर्म; जाति और क्षेत्रीय प्रतिनिधियों की राय शामिल की गई। |
नागरिक (Citizen) | किसी देश का स्थायी सदस्य जिसके पास संविधान द्वारा दिए गए अधिकार और कर्तव्य होते हैं। |
राजभाषा (Official Language) | देश के सरकारी कार्यों में प्रयोग होने वाली भाषा। भारत में हिंदी को राजभाषा और अंग्रेजी को सहायक भाषा घोषित किया गया। |
धार्मिक स्वतंत्रता (Religious Freedom) | नागरिकों को अपनी धार्मिक आस्था मानने; बदलने और अभ्यास करने का अधिकार। संविधान इसके लिए सुरक्षा देता है। |
लोकतंत्र (Democracy) | जनता द्वारा चुनी गई सरकार द्वारा शासित प्रणाली। इसमें सभी नागरिकों की राय और वोट का महत्व होता है। |
सामाजिक न्याय (Social Justice) | समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों को समान अवसर और अधिकार देने की व्यवस्था। संविधान में यह सिद्धांत महत्वपूर्ण है। |
संपूर्ण समाज (Inclusive Society) | ऐसा समाज जिसमें सभी वर्गों; जातियों और समुदायों के लोग समान अधिकारों और अवसरों के साथ रहते हैं। |
माइंड मैप (Map Minds)

टाइमलाइन (Timeline)
वर्ष / तिथि | घटना (Event) | महत्व (Importance) |
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1946 | कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत संविधान सभा का गठन | संविधान निर्माण हेतु प्रतिनिधियों का चयन हुआ (कुल 389 सदस्य)। |
9 दिसम्बर 1946 | संविधान सभा की पहली बैठक | अस्थायी अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा चुने गए। |
11 दिसम्बर 1946 | डॉ. राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष बने | संविधान सभा को स्थायी नेतृत्व मिला। |
13 दिसम्बर 1946 | जवाहरलाल नेहरू ने उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution) पेश किया | संविधान के मूल आदर्श तय हुए – लोकतंत्र; समानता; न्याय; धर्मनिरपेक्षता। |
15 अगस्त 1947 | भारत स्वतंत्र हुआ | संविधान सभा ने अब संविधान निर्माण के साथ अस्थायी संसद का कार्य भी संभाला। |
29 अगस्त 1947 | प्रारूप समिति (Drafting Committee) का गठन | डॉ. भीमराव अंबेडकर इसके अध्यक्ष बने; मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी मिली। |
1947–1949 | संविधान सभा की कुल 11 बैठकें (165 दिन) | मौलिक अधिकार; संघीय ढांचा; भाषा; अल्पसंख्यक अधिकार आदि पर गहन बहस हुई। |
26 नवम्बर 1949 | संविधान सभा ने संविधान को अंगीकृत (Adopt) किया | भारत को औपचारिक रूप से एक लोकतांत्रिक संविधान मिला (संविधान दिवस)। |
26 जनवरी 1950 | संविधान लागू (Enforcement) हुआ | भारत एक संप्रभु; लोकतांत्रिक; गणराज्य बना। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद पहले राष्ट्रपति बने। |
मैप वर्क (Map Work)
1. ब्रिटिश भारत और देशी रियासतें (Princely States & British India)
भारत का राजनीतिक नक्शा दिखाएँ (1947 से पहले का)।
इसमें बताना होगा कि भारत दो हिस्सों में बँटा था:
ब्रिटिश प्रांत (British Provinces)
देशी रियासतें (Princely States)
संविधान सभा में दोनों जगहों से प्रतिनिधि भेजे गए थे।
📍 कक्षा गतिविधि (Activity):
विद्यार्थियों से कहें कि वे नक्शे में ब्रिटिश प्रांतों और रियासतों को अलग-अलग रंगों से भरें।
2. संविधान सभा में राज्यों का प्रतिनिधित्व
छात्रों को दिखाएँ कि किन-किन बड़े राज्यों से संविधान सभा में सदस्य आए थे:
बिहार
उत्तर प्रदेश
मद्रास (अब तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश आदि)
बंगाल
पंजाब
बॉम्बे (अब महाराष्ट्र व गुजरात)
देशी रियासतों (जैसे हैदराबाद, जयपुर, बड़ौदा, त्रावणकोर) के प्रतिनिधियों को भी अलग से चिन्हित कराएँ।
3. भारत का विभाजन (Partition of India – 1947)
मैप पर भारत और पाकिस्तान के विभाजन की रेखा (Radcliffe Line) दिखाएँ।
समझाएँ कि विभाजन के बाद कुछ सदस्य पाकिस्तान की संविधान सभा में चले गए।
भारत की संविधान सभा की सदस्य संख्या 389 से घटकर 299 रह गई।
📍 कक्षा गतिविधि:
छात्रों से कहें कि वे नक्शे पर पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) और पश्चिमी पाकिस्तान को अलग रंग से दिखाएँ।
4. राजधानियाँ और प्रमुख शहर
दिल्ली (संविधान सभा की बैठक का स्थान – संविधान भवन)।
अन्य शहरों को चिन्हित करें जहाँ से महत्वपूर्ण नेता आए (जैसे – इलाहाबाद, अहमदनगर, अहमदाबाद, मद्रास, कलकत्ता)।
5. विशेष अभ्यास (Special Practice)
नक्शे में बताना कि संविधान सभा में किन-किन क्षेत्रों से महिलाओं ने भाग लिया (जैसे सरोजिनी नायडू – यूपी से, हंसा मेहता – बॉम्बे से, राजकुमारी अमृत कौर – पंजाब से)।
यह विद्यार्थियों को सर्वसमावेशी (Inclusive) स्वरूप समझाने में मदद करेगा।
मैप प्रैक्टिस (Map Practice)
विद्यार्थी भारत के राजनीतिक भूगोल और संविधान सभा से जुड़े क्षेत्रों की पहचान कर सकें और यह समझ सकें कि संविधान निर्माण में किस क्षेत्र का योगदान रहा।
भारत के राजनीतिक मानचित्र पर निम्नलिखित को पहचानें और रंग भरें:-
दिल्ली – संविधान सभा की बैठक का स्थल।
बंबई (मुंबई) – जहाँ से कई प्रमुख नेता और प्रतिनिधि आए।
मद्रास (चेन्नई) – दक्षिण भारत का प्रमुख केंद्र।
कोलकाता – कैबिनेट मिशन की चर्चाओं का महत्वपूर्ण स्थल।
हैदराबाद, कश्मीर, त्रावणकोर, जूनागढ़ – देशी रियासतें जिन्हें भारत में विलय किया गया।
मानचित्र पर चिह्नित करें:-
संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का जन्मस्थान (जीरादेई, बिहार)।
प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्मस्थान (मध्य प्रदेश – महू)।
उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत करने वाले जवाहरलाल नेहरू का गृहस्थान (इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश)।
मैप ट्रेसिंग एक्टिविटी (Tracing Activity):-
भारत का एक खाली राजनीतिक मानचित्र लें।
उन सभी रियासतों को चिह्नित करें जिन्हें संविधान सभा में शामिल होने के लिए राजी किया गया था।
रंग कोड का प्रयोग करें –
🟢 सीधे शामिल प्रांत
🔵 देशी रियासतें
🟡 ब्रिटिश भारत के प्रांत
मैप लेबलिंग क्वेश्चन (Labeling Questions):-
प्रश्न: संविधान सभा की पहली बैठक कहाँ हुई थी?
विद्यार्थी को दिल्ली पर सही निशान लगाना है।
प्रश्न: संविधान लागू होने के समय भारत का राष्ट्रपति कौन था और उनका जन्मस्थान कहाँ है?
विद्यार्थी को जीरादेई (बिहार) दिखाना है।
रिक्त स्थान पूर्ति (Map-based Fill in the Blanks):-
(______) में संविधान सभा की बैठक हुई।
संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का जन्म _______ राज्य में हुआ था।
_______ शहर कैबिनेट मिशन योजना से जुड़ा महत्वपूर्ण केंद्र था।
वैकल्पिक प्रश्न (MCQs) उत्तर व्याख्या सहित
1. संविधान सभा की पहली बैठक कब हुई थी?
a) 15 अगस्त 1947
b) 9 दिसम्बर 1946
c) 26 जनवरी 1950
d) 26 नवम्बर 1949
उत्तर: b) 9 दिसम्बर 1946
व्याख्या: संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसम्बर 1946 को हुई थी, जिसमें डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा अस्थायी अध्यक्ष बने।
2. संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष कौन चुने गए थे?
a) जवाहरलाल नेहरू
b) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
c) डॉ. भीमराव अंबेडकर
d) सच्चिदानंद सिन्हा
उत्तर: b) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
व्याख्या: 11 दिसम्बर 1946 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थायी अध्यक्ष चुना गया।
3. “उद्देश्य प्रस्ताव” (Objective Resolution) किसने प्रस्तुत किया था?
a) महात्मा गांधी
b) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
c) पंडित जवाहरलाल नेहरू
d) सरदार पटेल
उत्तर: c) पंडित जवाहरलाल नेहरू
व्याख्या: 13 दिसम्बर 1946 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा में “उद्देश्य प्रस्ताव” प्रस्तुत किया, जिसने संविधान की बुनियादी दिशा तय की।
4. प्रारूप समिति (Drafting Committee) के अध्यक्ष कौन थे?
a) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
b) जवाहरलाल नेहरू
c) डॉ. भीमराव अंबेडकर
d) बालदेव सिंह
उत्तर: c) डॉ. भीमराव अंबेडकर
व्याख्या: 29 अगस्त 1947 को प्रारूप समिति का गठन हुआ और डॉ. भीमराव अंबेडकर इसके अध्यक्ष बने।
5. भारतीय संविधान को कब अंगीकृत (Adopt) किया गया?
a) 26 जनवरी 1950
b) 15 अगस्त 1947
c) 26 नवम्बर 1949
d) 9 दिसम्बर 1946
उत्तर: c) 26 नवम्बर 1949
व्याख्या: 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा ने संविधान को औपचारिक रूप से अंगीकृत किया। इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
6. भारतीय संविधान कब लागू हुआ?
a) 26 नवम्बर 1949
b) 15 अगस्त 1947
c) 26 जनवरी 1950
d) 11 दिसम्बर 1946
उत्तर: c) 26 जनवरी 1950
व्याख्या: संविधान 26 जनवरी 1950 को पूर्ण रूप से लागू हुआ और भारत एक गणराज्य बना।
7. संविधान सभा के कुल कितने सदस्य थे?
a) 300
b) 389
c) 250
d) 500
उत्तर: b) 389
व्याख्या: कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत संविधान सभा में कुल 389 सदस्य चुने गए थे।
8. संविधान बनाने में कुल कितने दिन लगे?
a) 2 वर्ष 9 माह 10 दिन
b) 3 वर्ष 2 माह 20 दिन
c) 2 वर्ष 11 माह 18 दिन
d) 4 वर्ष
उत्तर: c) 2 वर्ष 11 माह 18 दिन
व्याख्या: संविधान निर्माण की प्रक्रिया लगभग 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन तक चली।
9. भारत के पहले राष्ट्रपति कौन बने?
a) डॉ. भीमराव अंबेडकर
b) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
c) जवाहरलाल नेहरू
d) सी. राजगोपालाचारी
उत्तर: b) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
व्याख्या: 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने पर डॉ. राजेन्द्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति बने।
10. संविधान सभा में प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे?
a) डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा
b) जवाहरलाल नेहरू
c) डॉ. भीमराव अंबेडकर
d) सरदार वल्लभभाई पटेल
उत्तर: c) डॉ. भीमराव अंबेडकर
व्याख्या: संविधान का मसौदा तैयार करने हेतु गठित प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे, जिन्हें “संविधान निर्माता” कहा जाता है।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Questions)
प्रश्न 1. संविधान सभा का गठन कब और किस योजना के तहत हुआ?
उत्तर: संविधान सभा का गठन 1946 में कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत हुआ। इसमें कुल 389 सदस्य थे, जिनमें ब्रिटिश भारत और देशी रियासतों के प्रतिनिधि शामिल थे।
प्रश्न 2. उद्देश्य प्रस्ताव किसने और कब प्रस्तुत किया?
उत्तर: उद्देश्य प्रस्ताव पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 13 दिसम्बर 1946 को संविधान सभा में प्रस्तुत किया। इसमें भारत के भावी संविधान के आदर्श – न्याय, स्वतंत्रता, समानता और धर्मनिरपेक्षता का उल्लेख था।
प्रश्न 3. प्रारूप समिति का अध्यक्ष कौन था?
उत्तर: संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए 29 अगस्त 1947 को प्रारूप समिति का गठन किया गया, जिसका अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे।
प्रश्न 4. भारत का संविधान कब अंगीकृत और कब लागू हुआ?
उत्तर: भारत का संविधान 26 नवम्बर 1949 को अंगीकृत किया गया और 26 जनवरी 1950 को पूर्ण रूप से लागू हुआ। इसी दिन भारत एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य बना।
प्रश्न 5. संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर: संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे। वे बाद में स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति भी बने।
प्रश्न 6. संविधान सभा की रचना कैसे हुई थी?
उत्तर: संविधान सभा का गठन 1946 में कैबिनेट मिशन योजना के तहत हुआ था। इसमें कुल 389 सदस्य थे, जिनमें ब्रिटिश भारत और देशी रियासतों से चुने गए प्रतिनिधि शामिल थे।
प्रश्न 7. संविधान सभा की पहली बैठक कब और कहाँ हुई थी?
उत्तर: संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसम्बर 1946 को दिल्ली के कौंसिल हॉल (अब संसद भवन का केंद्रीय कक्ष) में हुई। इसकी अध्यक्षता अस्थायी अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा ने की थी।
प्रश्न 8. उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution) का महत्व क्या था?
उत्तर: उद्देश्य प्रस्ताव 13 दिसम्बर 1946 को पंडित नेहरू ने प्रस्तुत किया। इसमें स्वतंत्र भारत के लिए लोकतंत्र, समानता, न्याय और धर्मनिरपेक्षता जैसे आदर्श तय किए गए। बाद में यह प्रस्ताव संविधान की प्रस्तावना का आधार बना।
प्रश्न 9. प्रारूप समिति (Drafting Committee) के अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर: प्रारूप समिति का गठन 29 अगस्त 1947 को हुआ और इसके अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे। उन्होंने संविधान का मसौदा तैयार करके संविधान सभा के समक्ष प्रस्तुत किया।
प्रश्न 10. भारत का संविधान कब अंगीकृत और कब लागू हुआ?
उत्तर: भारत का संविधान 26 नवम्बर 1949 को अंगीकृत किया गया और 26 जनवरी 1950 को पूर्ण रूप से लागू हुआ। इसी दिन भारत गणराज्य बना और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद पहले राष्ट्रपति बने।
लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Questions)
1. संविधान सभा का गठन कैसे हुआ था?
उत्तर: संविधान सभा का गठन 1946 में कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत हुआ। इसमें कुल 389 सदस्य चुने गए, जिनमें प्रांतों और देशी रियासतों के प्रतिनिधि शामिल थे। बाद में देशी रियासतों के न जुड़ने के कारण सदस्य संख्या घटकर 299 रह गई। संविधान सभा का उद्देश्य स्वतंत्र भारत के लिए संविधान तैयार करना था।
2. उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution) का महत्व क्या था?
उत्तर: 13 दिसम्बर 1946 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा में उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इसमें भारत को संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने, नागरिकों को समान अधिकार, न्याय और स्वतंत्रता देने तथा अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा का संकल्प व्यक्त किया गया। यही प्रस्ताव आगे चलकर संविधान की प्रस्तावना का आधार बना।
3. प्रारूप समिति की भूमिका क्या थी?
उत्तर: संविधान निर्माण में प्रारूप समिति (Drafting Committee) की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इसका गठन 29 अगस्त 1947 को हुआ और डॉ. भीमराव अंबेडकर इसके अध्यक्ष बने। समिति ने संविधान का मसौदा तैयार कर संविधान सभा में प्रस्तुत किया। बहस और संशोधनों के बाद इसी मसौदे को अंतिम रूप देकर 26 नवम्बर 1949 को अपनाया गया।
4. संविधान निर्माण में डॉ. भीमराव अंबेडकर का योगदान बताइए।
उत्तर: डॉ. भीमराव अंबेडकर संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। उन्होंने संविधान निर्माण की प्रक्रिया में नेतृत्व किया और इसे आधुनिक, लोकतांत्रिक और सामाजिक न्याय पर आधारित बनाया। उन्हें संविधान का शिल्पकार कहा जाता है। उन्होंने मौलिक अधिकार, समानता, स्वतंत्रता और कमजोर वर्गों की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया।
5. संविधान को 26 जनवरी 1950 को ही लागू करने का कारण क्या था?
उत्तर: संविधान को 26 नवम्बर 1949 को अपनाया गया था, लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। इसका कारण यह था कि 26 जनवरी 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज्य (Complete Independence) की घोषणा की थी। इस ऐतिहासिक दिवस को सम्मान देने के लिए संविधान उसी दिन लागू किया गया और भारत गणराज्य बना।
6. संविधान सभा के गठन में कैबिनेट मिशन योजना की क्या भूमिका थी?
उत्तर: संविधान सभा के गठन का आधार कैबिनेट मिशन योजना (1946) थी। इसके तहत भारत में एक प्रतिनिधि संस्था बनाने का प्रस्ताव रखा गया, जो स्वतंत्र भारत का संविधान तैयार करेगी। इस योजना के अनुसार 389 सदस्य चुने गए, जिनमें ब्रिटिश प्रांतों और देशी रियासतों के प्रतिनिधि शामिल थे। इस प्रकार, संविधान सभा स्वतंत्र भारत की लोकतांत्रिक नींव रखने वाली संस्था बनी।
7. उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution) के मुख्य बिंदु लिखिए।
उत्तर: 13 दिसम्बर 1946 को जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्रस्तुत उद्देश्य प्रस्ताव संविधान की रूपरेखा का आधार बना। इसके मुख्य बिंदु थे – भारत को संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य बनाना, न्याय, समानता और स्वतंत्रता सुनिश्चित करना, नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना तथा राज्यों के बीच संघीय व्यवस्था स्थापित करना। बाद में यह संविधान की प्रस्तावना में शामिल हुआ।
8. प्रारूप समिति (Drafting Committee) का गठन कब और क्यों किया गया?
उत्तर: प्रारूप समिति का गठन 29 अगस्त 1947 को किया गया। इसका उद्देश्य संविधान का मसौदा तैयार करना था। इस समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर बने। समिति ने भारतीय परिस्थितियों, सामाजिक न्याय, मौलिक अधिकार, धर्मनिरपेक्षता और संघीय ढांचे को ध्यान में रखकर मसौदा तैयार किया। अंततः यही मसौदा भारतीय संविधान का आधार बना।
9. संविधान सभा में भाषा संबंधी विवाद क्यों उत्पन्न हुआ?
उत्तर: संविधान सभा में भाषा को लेकर गहन बहस हुई। एक पक्ष चाहता था कि हिंदी को राजभाषा बनाया जाए, जबकि कुछ सदस्य अंग्रेजी को भी सहायक भाषा के रूप में रखना चाहते थे। दक्षिण भारत और अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधि केवल हिंदी थोपे जाने का विरोध कर रहे थे। अंततः निर्णय हुआ कि हिंदी राजभाषा होगी और अंग्रेजी सहायक भाषा के रूप में कुछ समय तक प्रयोग में लाई जाएगी।
10. संविधान सभा की बहसों का महत्व स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: संविधान सभा की बहसें भारतीय लोकतंत्र की आत्मा हैं। विभिन्न मुद्दों – मौलिक अधिकार, अल्पसंख्यक संरक्षण, भाषा, धर्मनिरपेक्षता, संघात्मक ढांचा – पर प्रतिनिधियों ने लंबी चर्चा की। इन बहसों से यह सुनिश्चित हुआ कि संविधान किसी एक वर्ग का नहीं बल्कि सर्वसमावेशी दस्तावेज बने। यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया भारत के संविधान की वैधता और मजबूती का आधार बनी।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)
प्रश्न 1. संविधान सभा के गठन और उसकी संरचना का वर्णन कीजिए।
उत्तर: संविधान सभा का गठन 1946 में कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत किया गया। इस सभा में कुल 389 सदस्य थे, जिनमें ब्रिटिश भारत से चुने गए प्रतिनिधि और देशी रियासतों के प्रतिनिधि शामिल थे। बाद में स्वतंत्रता और विभाजन के पश्चात् पाकिस्तान अलग हो गया, जिससे भारत की संविधान सभा के सदस्य घटकर 299 रह गए। सभा में विभिन्न वर्गों, समुदायों, धर्मों, और प्रांतों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया।
संविधान सभा के प्रथम अस्थायी अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा थे, परंतु 11 दिसम्बर 1946 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद स्थायी अध्यक्ष चुने गए। इस सभा में प्रमुख नेताओं जैसे जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ. भीमराव अंबेडकर, मौलाना आज़ाद आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह सभा संविधान निर्माण के साथ-साथ अस्थायी संसद के रूप में भी कार्य करती रही।
इस प्रकार संविधान सभा भारत के लोकतांत्रिक भविष्य की आधारशिला सिद्ध हुई।
प्रश्न 2. उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution) क्या था? इसके प्रमुख बिंदुओं की व्याख्या कीजिए।
उत्तर: उद्देश्य प्रस्ताव संविधान सभा में 13 दिसम्बर 1946 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने प्रस्तुत किया था। यह प्रस्ताव संविधान निर्माण की दिशा और दर्शन को स्पष्ट करता था। इसके प्रमुख बिंदु इस प्रकार थे–
भारत को संप्रभु गणराज्य घोषित करना।
सभी नागरिकों के लिए न्याय, स्वतंत्रता, समानता और अवसर सुनिश्चित करना।
अल्पसंख्यकों, जनजातियों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की सुरक्षा।
संघीय ढांचे की स्थापना, जिसमें केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का संतुलन हो।
विश्व शांति और मानव कल्याण के लिए भारत का योगदान।
यह प्रस्ताव बाद में संविधान की प्रस्तावना (Preamble) का आधार बना। उद्देश्य प्रस्ताव ने संविधान सभा को दिशा प्रदान की और यह स्पष्ट कर दिया कि भारत का भविष्य लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष होगा।
प्रश्न 3. प्रारूप समिति (Drafting Committee) का गठन कब हुआ और इसका महत्व बताइए।
उत्तर: संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए 29 अगस्त 1947 को प्रारूप समिति (Drafting Committee) का गठन किया गया। इसके अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर चुने गए। इस समिति में कुल 7 सदस्य थे, जिनमें बी.एल. मित्तर, एन. गोपालस्वामी अय्यंगार, अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर, डी.पी. खैतान, टी.टी. कृष्णामाचारी और मुहम्मद सादुल्लाह शामिल थे।
समिति का मुख्य कार्य संविधान का मसौदा तैयार करना और उसे संविधान सभा के समक्ष प्रस्तुत करना था। डॉ. अंबेडकर ने अपने विधिक ज्ञान और अनुभव का उपयोग करते हुए भारतीय संविधान को विस्तृत और संतुलित रूप दिया। समिति ने अन्य देशों के संविधानों से प्रेरणा लेकर भारतीय परिस्थितियों के अनुसार नियमों को शामिल किया।
प्रारूप समिति ने लगभग तीन वर्षों में संविधान का मसौदा तैयार कर संविधान सभा में प्रस्तुत किया। यही मसौदा आगे चलकर भारत का सर्वोच्च कानून बना।
प्रश्न 4. भारतीय संविधान की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर: भारतीय संविधान विश्व का सबसे विस्तृत लिखित संविधान है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं–
लिखित एवं विस्तृत संविधान – इसमें 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियाँ थीं (अब संशोधनों के बाद और बढ़ गई हैं)।
संघीय ढांचा – केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का वितरण।
संसदीय प्रणाली – ब्रिटिश मॉडल पर आधारित, जहाँ सरकार संसद के प्रति उत्तरदायी है।
मौलिक अधिकार और कर्तव्य – नागरिकों की स्वतंत्रता और अधिकारों की रक्षा।
निर्देशक सिद्धांत (Directive Principles) – राज्य को नीतियों और कल्याणकारी योजनाओं के लिए दिशा देते हैं।
धर्मनिरपेक्षता – सभी धर्मों को समान मान्यता।
सामाजिक न्याय – समाज के कमजोर वर्गों को विशेष संरक्षण।
लचीलापन और कठोरता दोनों – संविधान में संशोधन की प्रक्रिया न तो बहुत कठिन है, न बहुत सरल।
इन विशेषताओं के कारण भारतीय संविधान लोकतंत्र और विविधता में एकता का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करता है।
प्रश्न 5. भारतीय संविधान को तैयार होने में कितना समय लगा और संविधान सभा ने किन चुनौतियों का सामना किया?
उत्तर: भारतीय संविधान को तैयार होने में लगभग 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगे। संविधान सभा ने 11 सत्रों में 165 दिनों तक बहस की। यह प्रक्रिया अत्यंत कठिन थी, क्योंकि भारत एक विविधताओं से भरा देश है।
संविधान सभा के सामने प्रमुख चुनौतियाँ थीं–
धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता – सभी धर्मों और भाषाई समूहों को समान अधिकार देना।
अल्पसंख्यकों की सुरक्षा – मुस्लिम, सिख, दलित और आदिवासी समुदायों के अधिकारों की रक्षा।
संघीय ढांचा – केंद्र और राज्यों के बीच संतुलन बनाना।
आर्थिक और सामाजिक न्याय – गरीबी और असमानता को दूर करने के उपाय।
विभाजन की त्रासदी – पाकिस्तान बनने के बाद शरणार्थियों और सांप्रदायिक तनाव की समस्या।
इन चुनौतियों के बावजूद संविधान सभा ने सहमति और बहस के माध्यम से एक ऐसा संविधान तैयार किया, जो आज भी विश्व में सबसे प्रभावशाली और व्यापक माना जाता है।
रिवीजन शीट (Revision Sheet)
🔹 मुख्य बिंदु (Key Points)
संविधान सभा का गठन (1946) – कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत, कुल 389 सदस्य।
पहली बैठक (9 दिसम्बर 1946) – अस्थायी अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा।
स्थायी अध्यक्ष (11 दिसम्बर 1946) – डॉ. राजेन्द्र प्रसाद।
उद्देश्य प्रस्ताव (13 दिसम्बर 1946) – जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्रस्तुत।
स्वतंत्रता (15 अगस्त 1947) – संविधान सभा अब अस्थायी संसद भी बनी।
प्रारूप समिति (29 अगस्त 1947) – अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर।
संविधान सभा की बैठकें (1947–49) – 11 सत्र, 165 दिन।
अंगीकरण (26 नवम्बर 1949) – संविधान स्वीकार किया गया।
लागू (26 जनवरी 1950) – भारत एक संप्रभु, लोकतांत्रिक, गणराज्य बना।
🔹 प्रमुख शब्द (Key Terms)
संविधान (Constitution)
संविधान सभा (Constituent Assembly)
उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution)
प्रारूप समिति (Drafting Committee)
मौलिक अधिकार (Fundamental Rights)
धर्मनिरपेक्षता (Secularism)
🔹 टाइमलाइन (Timeline Quick View)
1946 – संविधान सभा का गठन
9 Dec 1946 – पहली बैठक
13 Dec 1946 – उद्देश्य प्रस्ताव
15 Aug 1947 – स्वतंत्रता
29 Aug 1947 – प्रारूप समिति
26 Nov 1949 – संविधान अंगीकृत
26 Jan 1950 – संविधान लागू
🔹 मैप प्रैक्टिस (Map Practice)
ब्रिटिश भारत + देशी रियासतें – संविधान सभा प्रतिनिधित्व
रियासतों का भारत में विलय (हैदराबाद, कश्मीर, जूनागढ़, त्रावणकोर आदि)
संघीय ढांचे में राज्यों की स्थिति
🔹 महत्वपूर्ण प्रश्न (Exam Focus)
संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष कौन थे? → डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे? → डॉ. भीमराव अंबेडकर
उद्देश्य प्रस्ताव के मुख्य बिंदु लिखिए।
संविधान सभा की विशेषताएँ क्या थीं?
संविधान निर्माण की प्रक्रिया का विस्तार से वर्णन कीजिए।
🔹 याद रखने योग्य (Must Remember)
✅ संविधान निर्माण में 2 साल 11 महीने 18 दिन लगे।
✅ कुल 11 सत्र और 165 दिन बहस हुई।
✅ संविधान भारत का सबसे लंबा लिखित संविधान है।
✅ 26 जनवरी 1950 को ही लागू किया गया ताकि 1930 के पूर्ण स्वराज्य दिवस को सम्मान दिया जा सके।
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